इन हस्तियों को भी किया जाएगा सम्मानित
भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम, ओस्लो के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश चंद्र शुक्ल शरद आलोक ने बताया कि इस श्रेणी में गोवा की पूर्व राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा, ओस्लो के समाचार पत्र आकेर्सआवीस गू्ररुददालेन के सम्पादक यालमार शेलांद, समाजसेवी और राजनीतिज्ञ वीरेन्द्र शर्मा (लंदन) को सम्मानित किया जाएगा।
अब आवाज बताएगी शरीर में कोरोना का कितना है असर, जानें अब तक कितने लोगों का हो चुका टेस्ट साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में इन हस्तियों को मिलेगा सम्मान साहित्य एवं संस्कृति के क्षेत्र में योगदान के लिए इस वर्ष के महात्मा गांधी पुरस्कार के लिए उज्जैन के लेखक एवं आलोचक प्रो. शैलेंद्रकुमार शर्मा, साहित्यकार प्रो. निर्मला एस.मौर्य (चेन्नई) हिंदी एवं पंजाबी के लेखक प्रो. हरमहेन्द्र सिंह बेदी(अमृतसर)और नॉर्वेजियन लेखिका इंन्विल्ड क्रिस्तीने हेरजोग को चुना गया है।
पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए सम्मानित होने वालों में वरिष्ठ पत्रकार सुभाष राय, राजीव सिंह व संतोष तिवारी (लखनऊ) श्रीमती सर्वमित्रा सुरजन (नई दिल्ली) व राजेश विक्रांत (मुंबई) शामिल हैं। ओस्लो में आयोजित समारोह की मुख्य अतिथि ओस्लो नगर पार्लियामेंट में मंत्री सुश्री रीना मारियम हांसेन, ओस्लो की मेयर श्रीमती मारिआने बोर्गेन होंगी। विशिष्ट अतिथि नार्वे में भारत के राजदूत डॉ. बी.बाला भास्कर, वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली आयोग, भारत सरकार के चेयरमैन अवनीश कुमार एवं केंद्रीय हिंदी निदेशालय, नई दिल्ली के दीपक पांडेय होंगे।
भारतीय-नार्वेजीय सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम की शुरुआत वर्ष 1988 में नार्वे में तत्कालीन भारतीय राजदूत हरदेव भल्ला की पहल पर की गई थी। संस्था का उद्देश्य देश-दुनिया में संस्कृतियों, साहित्य, चिंतन और भाषाओं के मध्य सेतु का कार्य करना है।
बिहार में ऐसी विधानसभा सीट जहां पर अब तक खाता नहीं खोल पाई है जेडीयू और आरजेडी, जानें क्या है वजह विगत कई दशकों से यह फोरम साहित्यिक, सांस्कृतिक, चिंतनपरक कार्यक्रम, प्रदर्शर्नियों आदि के माध्यम से भारत और नार्वे के मध्य सांस्कृतिक सम्बन्ध और समन्वय का कार्य कर रही है। संस्था की ओर से प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक समारोह का आयोजन भी किया जाता है।