केंद्र सरकार कोरोना से जंग के बीच अब अपनी रणनीति में तेजी से बदलाव कर रही है। इसके तहत अगले हफ्ते यानी 3 मई के बाद देश के जिलों को अलग-अलग जोन में बांट दिया जाएगा। देश में अब तक जिले ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में बदले हैं, लेकिन इनमें भी कुछ बदलाव संभव है।
अगर किसी जिले में 21 दिनों से कोई कोरोना वायरस का नया केस नहीं आता है, तो वह ग्रीन जोन में आएगा। पहले इसका समय 28 दिन था।
चार मई से देश के 319 जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है। यानी यहां स्थिति नियंत्रण में है। वहीं 284 जिले ऑरेंज जोन में रखे गए हैं। यानी यहां हालात फिलहाल नियंत्रण में है लेकिन बदल सकते हैं। वहीं 130 जिलों को रेड जोन में रखा गया है। यानी यहां हालात अब भी चिंताजनक हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के महानगरों को रेड जोन में रखा है। इसके मुताबिक दिल्ली, मुंबई , कोलकाता और चेन्नई शामिल हैं। इसके अलावा बड़े शहरों में अहमदाबाद, बेंगलूरु, हैदराबाद भी रेड जोन में हैं।
रेड जोन में शामिल जिले |
राज्य | जिले |
महाराष्ट्र | 14 |
दिल्ली | 11 |
तमिलनाडु | 12 |
उत्तर प्रदेश | 19 |
बंगाल | 10 |
गुजरात | 9 |
मध्य प्रदेश | 9 |
राजस्थान | 8 |
4 मई से जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए कई दुकानों को खोलने की इजाजत दी जा सकती है। इनमें मोबाइल फोन्स, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिक, हार्डवेयर, रिपेयरिंग शॉप्स, कपड़ों की दुकानें, रेस्तरां, हेयर कटिंग सैलून जैसी सेवाओं को भी खोलने की अनुमति दी जा सकती है।
भले ही लॉकडाउन में ढील दी जा सकती है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का बाद में सख्ती से लागू रखा जाएगा।
आपको बता दें कि पंजाब सरकार ने तो लॉकडाउन को दो हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है लेकिन वहां भी ग्रामीण इलाकों में सामान बेचने वाली सभी दुकानों को 50 प्रतिशत स्टाफ और कुछ अन्य शर्तों के साथ खोलने की मंजूरी दे दी है।
– फैक्ट्री, निर्माण, उद्योग आदि
– बस,ऑटो, टैक्सी, कैब