मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह एक बार फिर जम्मू के आसमान में ड्रोन देखे गए हैं। एक ड्रोन सुबह 4 बजकर 40 मिनट पर कालूचक इलाके में दिखा तो वहीं दूसरा ड्रोन 4 बजकर 52 मिनट पर कुंजवानी में दिखा।
खास बात यह है कि ये दोनों इलाके एयरफोर्स स्टेशन के 7 से10 किलोमीटर के दायरे में आते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये दोनों ड्रोन 800 मीटर की ऊंचाई पर उड़ रहे थे।
दरअसल 24 घंटे के अंदर ड्रोन दिखने की ये दूसरी घटना है। इससे पहले सोमवार देर रात और मंगलवार अलसुबह तीन बार अलग-अलग जगह पर ड्रोन देखे गए थे। अब तक सात से ज्यादा ड्रोन देखे गए
जम्मू में पहले वायुसेना स्टेशन पर हमले से लेकर अब तक सात से ज्यादा ड्रोन देखे जा चुके हैं। सबसे पहले जम्मू एयबेस स्टेशन पर दो ड्रोन से हमला हुआ। इसके बाद अगले ही दिन रविवार दे रात सोमवार अल सुबह करीब 3 बजे जम्मू के कालूचक आर्मी कैंप के ऊपर ड्रोन देखा गया।
जम्मू हवाई अड्डा परिसर में स्थित वायुसेना स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले की जांच मंगलवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने संभाल ली है। भारतीय वायुसेना स्टेशन पर रविवार तड़के हुए अपनी तरह के ऐसे पहले आतंकवादी हमले की जांच एनआईए को सौंपने का फैसला गृह मंत्रालय ने किया है।
एनआईए ने जम्मू में विस्फोटक तत्व अधिनियम, गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम की अनेक धाराओं और भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास), 120बी (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मामला दर्ज किए हैं।
वायुसेना स्टेशन किए गए हमला में हाई ग्रेड एक्सप्लोसिव का इस्तेमाल गया। ऐसे में माना जा रहा है कि ये आरडीएक्स या टीएनटी हो सकता है। पीएम मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग
जम्मू-कश्मीर वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन हमले के बाद लगातार बढ़ रही गतिविधियों के बीच मंगलवार को पीएम मोदी ने हाईलेवल मीटिंग की। मीटिंग में भविष्य की चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा हुई।