scriptक्या तय है भारत में कोरोना की तीसरी लहर या कुछ ऐसे उपाय भी हैं जिनसे इसकी तीव्रता कम हो जाएगी | is certain the third wave of corona virus in India know all about it | Patrika News
विविध भारत

क्या तय है भारत में कोरोना की तीसरी लहर या कुछ ऐसे उपाय भी हैं जिनसे इसकी तीव्रता कम हो जाएगी

विशेषज्ञ अभी इसको लेकर स्पष्ट नहीं हैं कि कोरोना की तीसरी लहर आएगी या नहीं और यदि आएगी तो कितनी खतरनाक होगी। कुछ विशेषज्ञ यह भी दावा कर रहे हैं कि अगर कुछ सावधानियां बरती जाएं तो इसके खतरे को कम किया जा सकता है।
 

May 30, 2021 / 08:55 am

Ashutosh Pathak

third_wave.jpg
नई दिल्ली।

भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण की दूसरी लहर का कहर अब भी जारी है। उत्तर के बाद कोरोना वायरस इन दिनों दक्षिण के राज्यों में भी बड़ी संख्या में तबाही मचा रहा है। वहीं, आशंका यह भी जताई जा रही है कि अगले कुछ महीनों में कोरोना वायरस के संक्रमण की तीसरी लहर भी आने वाली है और यह अब तक सबसे खतरनाक साबित होगी। माना यह भी जा रहा है कि तीसरी लहर में वायरस युवाओं और बच्चों पर हमला करेगा।
वैसे, विशेषज्ञ अभी इसको लेकर स्पष्ट नहीं हैं कि कोरोना की तीसरी लहर आएगी या नहीं और यदि आएगी तो कितनी खतरनाक होगी। कुछ विशेषज्ञ यह भी दावा कर रहे हैं कि अगर कुछ सावधानियां बरती जाएं तो इसके खतरे को कम किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें
-

जिस दवा से डॉनल्ड ट्रंप का कोरोना संक्रमण ठीक हुआ, उसे भारत में मंजूरी तो मिल गई, मगर है बहुत महंगी

बीते कुछ हफ्तों में विशेषज्ञ कई बार तीसरी लहर के आने और इसके पहले से भी ज्यादा खतरनाक होने की आशंका जता चुके हैं। हालांकि, विशेषज्ञ अब तक की महामारी के आधार पर अनुमान लगा रहे हैं कि एक लहर से दूसरी लहर के बीच करीब पांच महीनों का अंतर देखने को मिला है। ऐसे में भारत में फिलहाल दूसरी लहर जारी है। इसको देखते हुए माना जा रहा है कि नवंबर या दिसंबर के आसपास तीसरी लहर का सामना भारत को करना पड़ सकता है।
बहरहाल, महामारी के दौरान लहर को लेकर कोई स्पष्ट आकलन नहीं किया जा सका है, मगर किसी महामारी के दौरान एक विशेष अंतराल या समय में संक्रमण के कम या ज्यादा होने को ग्रॉफ में लहर के तौर पर लिया जाता है। यही बढ़ोतरी लहर की तरह दिखती है। विशेषज्ञों की मानें तो महामारी वर्षों में आती है, मगर संक्रमण हर साल खास मौसम में हमला कर सकता हे। तब भी इन्हें समझाने के लिए लहर का प्रयोग होता है। संक्रमण की यह लहर अचानक आती है, तेजी से बढ़ती है और फिर गायब हो जाती है। एक निश्चित समय के बाद यह फिर से सक्र्रिय होती है और यही लहर है।
यह भी पढ़ें
-

विशेषज्ञों का दावा: कोरोना संक्रमितों को ज्यादा जिंक देने से हो रही यह जानलेवा बीमारी

देखा जाए तो कोरोना संक्रमण के मामले में भी लगातार लहर का इस्तेमाल विशेषज्ञ कर रहे हैं। यह महामारी बीते करीब डेढ़ साल से लगातार दुनियाभर में लोगों को अपना निशाना बना रही है। वैसे, भौगोलिक स्थिति के आधार पर इसकी तीव्रता अलग तरह से सामने आती देखी गई है। यही वजह है कि कुछ देशों में संक्रमण का ग्रॉफ इन दिनों हल्का और नीचे है, तो कुछ देशों में यह काफी खतरनाक स्थिति में लगातार ऊपर की ओर जा रहा है। उदाहरण के तौर पर भारत में इन दिनों ग्रॉफ ऊपर जा रहा है, जबकि यूरोपिय देशों में ग्रॉफ नीचे की ओर जाता दिख रहा है।
हालांकि, दुनियाभर में ही नहीं बल्कि, देश में भी लहर और महामारी की तीव्रता का ग्रॉफ अलग-अलग जाता दिख रहा है। कुछ राज्यों में संक्रमण की दर काफी ज्यादा है तो कुछ राज्यों में यह काफी कम दिखाई दे रही है। ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि किसी देश या राज्य में अगर कभी संक्रमण की दर ज्यादा है तो वहां हमेशा यह लहर रहेगी। लगभग यही अनुमान हल्के संक्रमण वाले देश और राज्यों पर भी लागू होता है।
वैसे तो अभी सभी दावा कर रहे हैं कि दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर भी आएगी, मगर यह कब तक आएगी और कितनी खतरनाक होगी, यह स्पष्ट नहीं बताया जा रहा। वहीं, कुछ विशेषज्ञ यह भी दावा कर रहे हैं कि जरूरी नहीं कि तीसरी लहर आए ही। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि लोग बचाव के तरीके अपनाएं और उनका सख्ती से गंभीरतापूर्वक पालन करें, तब संभव है कि तीसरी लहर को रोका जा सकता है या फिर इसकी अवधि और तीव्रता को कम किया जा सकता है।

Hindi News / Miscellenous India / क्या तय है भारत में कोरोना की तीसरी लहर या कुछ ऐसे उपाय भी हैं जिनसे इसकी तीव्रता कम हो जाएगी

ट्रेंडिंग वीडियो