इस सिलसिले में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट भी किया। उन्होंने अपने ट्वीट में इसकी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। साथ ही बताया कि महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) की ओर से इस बारे में पत्र मिलने के बाद ही मंत्रालय की ओर से मुंबई लोकल में महिलाओं को यात्रा की अनुमति दी गई है। रेलवे पहले से ही इन परिस्थितियों से निपटने को तैयार था।
मालूम हो कि कोरोना संकट के दौरान महिलाओं के मुंबई लोकल से सफर करने पर पाबंदी लगा दी गई थी। महज आवश्यक सेवाओं के कर्मचारियों समेत विशेष श्रेणी के लोगों को ही लोकल ट्रेनों से यात्रा करने की अनुमति दी गई थी। चूंकि मुंबई में काफी महिलाएं वर्किंग हैं। ऐसे में ट्रेन में जाने की अनुमति न होने से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। उनकी इस समस्या को दूर करने के लिए इससे पहले राज्य आपदा प्रबंधन, राहत और पुनर्वास सचिव किशोर राजे निम्बालकर ने जोनल रेलवे को पत्र भेजा था। जिसमें महिला यात्रियों को मुंबई लोकल में सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक और शाम 7 बजे से सेवाओं के अंत तक लोकल ट्रेन सेवाएं उपलब्ध कराए जाने की अपील की थी। इसी सिलसिले में महाराष्ट्र सरकार ने मध्य और पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधकों से अनुरोध किया था कि वे सभी महिलाओं को मुंबई क्षेत्र में लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति दें। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए आखिरकार नवरात्रि में महिलाओं को रेलवे की ओर से बड़ी सौगात मिली।