ट्रेनों लोगों की भीड़ को रोकने के लिए रेलवे शुरू में स्पेशल ट्रेनों ( Special Train ) का ही संचालन शुरू कर सकती है। इन ट्रेनों में यात्री किराया भी बढ़ाया जा सकता है। ताकि जरूरी परिस्थिति वाले ही ट्रेनों में सफर करें।
यात्रियों को ट्रेनों की यात्रा से दूर रखने के लिए रेलवे छूट पर लगाई अपनी रोक जारी रख सकता है। दरअसल रेलवे ने मार्च में ही दिव्यांगों, स्टूडेंट्स और मेडिकल ग्राउंड पर टिकटों पर मिलने वाले कंसेशन के अलावा सभी छूट पर रोक लगाई हुई है।
लॉकडाउन के बाद रेलवे सिर्फ स्लीपर कोच वाली ट्रेनों का ही संचालन कर सकती है। दरअसल इससे जनरल डिब्बों में होने वाली भीड़ पर नियंत्रण होगा। इसके अलावा स्लीपर में ही जिन यात्रियों के पास टिकट कन्फर्म होगा उन्हें की यात्रा की अनुमति दी जाए। इतना ही एसी कोच को भी शुरुआती दौर में बंद रखा जा सकता है। क्योंकि बंद कोच में संक्रमण के फैलने का डर ज्यादा होता है।
रेलवे ट्रेनों के संचालन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रख सकता है। ऐसे में आइसोलेशन सेंटर बनाए गए कोच में जिस तरह मिडिल सीट हटाई गई थी, इसी तरह चलाने वाली सभी ट्रेनों से मिडिल सीट हटाई जा सकती है।
लॉकडाउन के बाद रेलवे इस बात का भी विशेष ध्यान रख सकता है कि शुरुआत में चुनिंदा स्टेशनों के लिए ट्रेनें चलाई जाएं। यानी अपने रूट में से कुछ स्टेशनों को रेलवे हटा सकता है खास तौर पर हॉट स्पॉट वाले इलाके पूरी तरह बैन रह सकते हैं।