वैज्ञानिकों के अनुसार जब कोई वायरस या बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करता है तो वो टिशूज समेत अन्य अंगों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है। इस दौरान हमारे शरीर के अंदर कुछ प्रोटीन बनते हैं, जिनका आकार Y शेप का होता है। यह प्रोटीन वायरस और बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करने में मदद करता हैं। इसी प्रोटीन को एंटीबॉडी कहते हैं।
इसी सर्वे के आधार पर सरकार ने कहा कि देश में कोरोनावायरस का कोई कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दावा किया कि शहर में कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव आए लगभग 50 प्रतिशत रोगियों में कोरोना संक्रमण के प्रसार के स्रोत की जानकारी नहीं है। ICMR के प्रमुख डॉ. बलराम भार्गव ने गुरुवार को कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ‘कम्युनिटी स्प्रेड’ शब्द की परिभाषा नहीं दी है।