दरअसल, एंटीसेरा जानवरों से प्राप्त ब्लड सीरम है। इस सीरम में खास एंटीजन के खिलाफ एंटीबॉडीज होते हैं। इसलिए विशेष व घातक बीमारियों के इलाज में इनका इस्तेमाल किया जाता है।
Unlock 5.0 : अमरीका और ब्रिटेन में स्कूल खुलने से बढ़े कोरोना के मामले, भारत में इस बात पर जोर भारत में प्लाज्मा थेरेपी के बाद कोरोना मरीजों के उपचार के लिए सामने आई यह एक नई थेरेपी है। एंटीसेरा न सिर्फ कोरोना के मरीजों में बीमारी की भयावहता की रोकथाम में कारगर है, बल्कि कोविद-19 मरीज का इलाज कर पाने में भी सक्षम है।
इस बारे में आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने बताया कि इस तरह के उपायों का इस्तेमाल पहले भी हुआ है। इससे कई बैक्टीरियल संक्रमणों को नियंत्रित करने में भी सफलता मिली है। अभी कोरोना का खतरा बरकरार
आईसीएमआर के वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण भले ही कम हुआ है लेकिन इसका खतरा पहले से ज्यादा बए़ गया है। अभी तक लगभग एक लाख लोग वायरस से संक्रमित होने के बाद जान गंवा चुके हैं। इनमें से 34 फीसदी मौतें केवल सितंबर महीने में हुई हैं। रोजाना करीब एक हजार से ज्यादा लोग दम तोड़ रहे हैं।
School reopen guidelines : राज्य सरकारों को मिली 15 अक्टूबर के बाद स्कूलों को खोलने की इजाजत, माता-पिता की सहमति अनिवार्य तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के वैज्ञानिकों की एक रिसर्च में पता चला है कि बच्चों से सबसे ज्यादा संक्रमण फैल रहा है। यह हमारे लिए और ज्यादा चिंता की बात है।