भर्ती कराने के बाद जांच में गुरमीत में कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं। उसका RT-PCR टेस्ट किया गया है लेकिन अभी नतीजे आने बाकी हैं। आपको बता दें कि हाल में आसाराम भी कोरोना संक्रमित पाया गया था। उसकी भी तबीयत बिगड़ने के बाद उसे जोधपुर एम्स में भर्ती किया गया है। यहीं पर उसका इलाज चल रहा है।
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इजराइल में हुए फिलिस्तिनी रॉकेट हमले में केरल की महिला की मौत, वीडियो कॉल पर पति से कर रही थी बात गुरमीत में कोरोना के लक्षण पाए जाने पर उसे रोहतक पीजीआई में कड़ी सुरक्षा के बीच VIP वार्ड में भर्ती किया गया है। गुरमीत को पीजीआई में लाने से पहले सुनारियां जेल से लेकर पीजीआई तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। अब उनका पीजीआई के स्पेशल वॉर्ड में इलाज जारी है।
दरअसल गुरमीत राम रहीम सिंह पहले से ही डायबिटीज और बीपी का मरीज है। वो लगातार दवाइयां भी ले रहा हैं। गुरमीत राम रहीम को तेज बुखार है और पहले जेल में ही उनका इलाज जारी था।
बुधवार को सांस लेने में तकलीफ के बाद उसे रोहतक PGI लाया गया। ऐसे में जब उनकी तरफ से घबराहट की शिकायत की गई तो पुलिस प्रशासन ने उन्हें पीजीआई में भर्ती करवाने का फैसला लिया।
डीएसपी शमशेर सिंह दहिया के मुताबिक गुरमीत को एंबुलेंस के जरिए कई गाड़ियों के सुरक्षा घेरे में अस्पताल लाया गया। सुरक्षा के लिहाज से ही उसे स्पेशल वार्ड में रखा गया है। अस्पताल के चारों तरफ भी सुरक्षा का घेरा बनाया हुआ है जिससे उसके समर्थकों पर नजर रखी जा सके।
यह भी पढ़ेँः साल के पहले चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ का मंडराया खतरा, आईएमडी ने देश के इन इलाकों में जारी किया अलर्ट जनवरी में भी जेल से बाहर आया था गुरमीतआपको बता दें कि रेप और मर्डर का दोषी गुरमीत इससे पहले जनवरी में भी जेल से बाहर आया था। जब उसकी मां गुड़गांव के एक अस्पताल भर्ती थीं। इस उस दौरान उसका एक वीडियो वायरल हो गया था जिसे सुरक्षा में बड़ी चूक बताया गया था।
2017 से जेल में सजा काट रहा गुरमीत
गुरमीत राम रहीम सिंह अगस्त 2017 से एक साध्वी से दुष्कर्म मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद से 20 साल की सजा काट रहा है। सीबीआई की विशेष अदालत ने दोषी करार देते हुए गुरमीत को सुनारियां जिला जेल में भेज दिया था। इस दिन से वह जेल में है और कई बार पैरोल की डिमांड कर चुका है।