देश में कम से कम तीन ऐसे वैक्सीन हैं जो अभी क्लीनिकल ट्रायल के स्टेज में हैं। इनमें से एक ट्रायल के अंतिम चरण में हैं। हर्षवर्धन ने कहा, मुझे उम्मीद है कि साल 2021 के पहली तिमाही यानी मार्च से पहले भारत में बनाई गई वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी।
कोरोना संकट के बीच 26 दिन बाद आई अच्छी खबर, जानें क्यों मिली बड़ी राहत वहीं कोरोना को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने भी हर्ष वर्धन से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर और वेंटिलेटर की कमी का मुद्दा उठाया।
नेशनल कॉन्फेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन से मुलाकात के दौरान कोरोना को लेकर प्रदेश में के अस्पतालों में सुविधाओं की कमी पर भी चिंता जाहिर की।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर और खास कर जिन इलाकों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी है, वहां युद्ध स्तर पर सेवाओं को उन्नत बनाया जाए।
अब्दुल्ला ने कहा कि यह वक्त स्थिति की समीक्षा और विश्लेषण करने का नहीं बल्कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आपात योजना लागू करने और जरूरी आपूर्ति सुनिश्चित करने का है। कोरोना वैक्सीन पोर्टल किया लॉन्च
आपको बता दें कि हाल में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने कोविड-19 वैक्सीजन से जुड़ी जानकारी देने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल भी लॉन्च किया है।
एम्स रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासाः सुशांत की बॉडी में नहीं मिला जहर, कूपर अस्पताल को भी क्लीन चिट नहीं इस पोर्टल पर देश के कोरोना वायरस की वैक्सीन से जुड़ी हर जानकारी हासिल की जा सकेगी। डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि आईसीएमआर (ICMR) के इस पोर्टल पर जाकर भारत में कोरोना वायरस वैक्सीन के बारे में हो रहे सभी रिसर्च एंड डेवलपमेंट से संबंधित जानकारियों को देखा जा सकता है।