इन खबरों को लेकर बार एंड बेंच की ओर से ट्वीट कर जानकारी साझा की गई है। सोशल मीडिया और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये गलत खबर चल रही है कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। ऐसा कुछ भी नहीं है। पूर्व सीजेआई ( CJI ) पूरी तरह स्वस्थ्य हैं।
आपको बता दें कि सोशल मीडिया लगातार इस तरह की फेक न्यूज सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में बुधवार को राम मंदिर भूमि पूजन समारोह से पहले ये खबर सामने आई कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई कोविड-19 संक्रमित हैं।
हालांकि ये खबर पूरी तरह फेक थी। बार बेंच की ओर से ट्वीटर पर ये जानकारी साझा की गई है कि रंजन गोगोई की सेहत बिल्कुल ठीक है और सोशल मीडिया पर उनके कोरोना संक्रमित होने की जो खबरें सामने आई हैं वो पूरी तरह गलत हैं।
आपको बता दें कि रंजन गोगोई ने अक्टूबर 2018 और नवंबर 2019 के बीच भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। इस दौरान उन्होंने ऐतिहासिक अयोध्या भूमि विवाद मामले की अध्यक्षता की थी। जहां सुप्रीम कोर्ट की पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने सर्वसम्मति से एक विवादित अयोध्या भूखंड को एक ट्रस्ट को आवंटित करने का फैसला किया था जो वहां राम मंदिर के निर्माण की देखरेख करेगा।
दरअसल ये पहला मामला नहीं है। हाल में उत्तराखंड में लॉकडाउन को लेकर भी फेक खबरें तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। हालांकि इसके बाद उत्तराखंड सरकार इस खबर का खंडन करते हुए इसको लेकर सही जानकारी साझा की थी।
इसी तरह बिहार में भी संपूर्ण लॉकडाउन लगाए जाने की फेक खबर सामने आई थी। इस पर नीतीश सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए सही जानकारी जारी की थी।