दिल्ली में कोरोना टेस्टिंग ( Corona Testing ) की नए मरीजों की संख्या बढ़ोतरी जरूर हुई है लेकिन लेकिन 5 ऐसे साइन हैं जो बताते हैं कि स्थिति अब केजरीवाल सरकार ( Kejriwal Government ) के नियंत्रण में है। जानकारी के मुताबिक रिकवरी रेट ( Recovery Rate ) में लगाता सुधार, मृत्यु दर में कमी, संक्रमण दर, होम आइसोलेशन ( Home Isolation ) में मौत कम होना व अन्य फैैक्टर इस बात के संकेत हैं कि दिल्ली सही दिशा में कोरोना से जंग जीतने की राह पर है।
केजरीवाल के बाद CM Amarinder Singh ने पीएम मोदी को लिखा खत, कहा- UGC के निर्देश की हो समीक्षा होम आइसोलेशन में जुलाई में एक भी मौत न होना भी पॉजिटिव साइन ( Positive Indication ) माना जा रहा है। इसके साथ ही भारत में 45 फीसदी मौतें पहले 48 घंटों में होती हैं, वहीं दिल्ली में यह सिर्फ 15% है। दिल्ली में कोरोना केस भले एक लाख पार हो चुके हैं लेकिन एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 20 हजार से कम है। इस समय दिल्ली में 19,895 एक्टिव केस ( Active Cases ) है।
दिल्ली में रिकवरी रेट जून के बाद जुलाई में भी जारी है। शनिवार को ठीक होने वाले मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 79.05 फीसदी हो गया। संक्रमण दर में भी कमी आई है। यह 9.09 से कम होकर 8.28 फीसदी हो गया है। अब तक मरीजों की कुल संख्या 1,10,921 केसों में से 87,692 लोग ठीक हो चुके हैं।
Coronavirus : केवल जरूरी मामलों में हो टेस्टिंग, आंख मूंदकर इस्तेमाल से बचें – ICMR देश की राजधानी दिल्ली में मृत्यु दर ( Death Rate ) भी कम हो रही है। शनिवार को कोरोना से 34 लोगों की मौत हुई है और मृत्यु दर 3 फीसदी है। 24 जून से 8 जुलाई के दौरान दिल्ली में कुल 691 मौतें हुईं है। पिछले कुछ दिनों में प्रतिदिन हो रही मौतों की संख्या में कमी आई है। जून के मध्य में हर रोज सबसे ज्यादा 101 मौतें हुई। पिछले एक पखवाड़े से मौतें घटकर एक दिन में करीब 46 हैं। मृत्यु दर 3.64 फीसदी से घटकर 3.02 प्रतिशत हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग ( Health Ministry ) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री को सौंपी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि होम आइसोलेशन मरीजों को ऑक्सिमीटर ( Oxymeter ) देने का फैसला कारगर साबित हुआ है।