COVID-19 Test: दिल्ली-यूपी-हरियाणा सीएम के साथ शाह की बैठक, Delhi NCR में घर-घर सर्वे
अमित शाह ( Amit Shah ) ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली ( DELHI CM ARVIND KEJRIWAL ) के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक।
कोरोना वायरस महामारी के हालात की समीक्षा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मीटिंग।
रैपिड एंटीजेन टेस्ट किट ( Rapid Antigen Test Kit ) के जरिये राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र ( Delhi NCR ) में परीक्षण ( Covid-19 Test ) तेज किए जाने के दिए निर्देश।
Door to Door survey in Delhi NCR decided in Amit Shah meeting with UP, Haryana, Delhi CM
अनुराग मिश्रा/नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ( Amit Shah ) ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा के बीच कोरोना वायरस महामारी के हालात पर नियंत्रण को लेकर बेहतर समन्वय बनाने को लेकर गुरुवार को बैठक की। इस बैठक में यह तय किया गया कि दिल्ली से सटे ( Delhi NCR ) जितने भी उस ज़िले हैं, वहां पर दो हफ़्ते तक सघन सर्वे और टेस्टिंग ( Covid-19 Test ) की जाएगी।
Unlock 2.0 को लेकर केंद्रीय मंत्री ने की बड़ी घोषणा, देशभर में 6 जुलाई से यह बदलाव बैठक मे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( DELHI CM ARVIND KEJRIWAL ), उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चर्चा की। इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी मौजूद रहे। गृह मंत्री के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ( UP CM Yogi Adityanath ) ने गाजियाबाद, नोएडा और मेरठ में रैपिड टेस्टिंग ( Rapid Antigen Test Kit ) शुरू करने की बात कही है। शुक्रवार से दो हफ़्ते तक ग़ाज़ियाबाद, मेरठ और नोएडा में घर घर सर्वे किया जाएगा।
वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ( Haryana CM manohar lal khattar ) ने भी बदरपुर, फ़रीदाबाद, गुरुग्राम में संक्रमण को लेकर गृह मंत्रालय के निर्देशों के पालन के लिए प्रदेश के अधिकारियों को निर्देश दिया है।
बैठक के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने संक्रमण फैलने की दर को कम करने में मदद करने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट किट का उपयोग करके ज्यादा टेस्टिंग अपनाने पर जोर दिया। ये किट केंद्र सरकार द्वारा यूपी और हरियाणा को प्रदान की जा सकती हैं। गृह मंत्री ने इसके साथ ही कोरोना वायरस से होने वाली मृत्यु दर को कम करने के लिए बीमारी की शुरुआत में अस्पताल में भर्ती कराने पर ध्यान देने की बात कही।
इससे पहले बीते 18 जून को आयोजित एक बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए दिल्ली और एनसीआर के लिए एक साझा रणनीति बनाई जानी चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा था कि गुड़गांव, नोएडा और गाजियाबाद जैसे उपनगरों को इस लड़ाई में राष्ट्रीय राजधानी से अलग नहीं किया जा सकता।
गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद दिल्ली में भी रोजाना 22 हजार एंटीजन किट से जांच की जाएगी। सभी जिला कलेक्टरों को रोजाना दो-दो हजार एंटीजन जांच अपने अपने जिले में करने के लिए कहा गया है। गौरतलब है की दिल्ली में कंटेनमेंट ज़ोन की संख्या बढ़कर 495 हो गई है।
कोरोना वायरस के चलते चुनाव आयोग ने किए मतदान के नियमों में बदलाव, केंद्र की हरी झंडी अभी तक दिल्ली में आरटी पीसीआर और एंटीजन को मिलाकर रोजाना करीब 20 हजार सैंपल की जांच हो रही है। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एंटीजन बढ़ाने के लिए दिल्ली सरकार को निर्देश दिए थे। एंटीजन टेस्ट के सेंटर को 193 से बढ़ाकर 250 करने का निर्देश भी दिया गया है। गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में एम्स डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया, डीजी आईसीएमआर बलराम भार्गव, डॉ. वीके पॉल ने दिल्ली एनसीआर में कोरोना टेस्ट की संख्या और बढ़ाने को कहा है।