इसी बीच देश में बढ़ते डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामलों में केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकारों ने अपनी तैयारी को तेज कर दिया है। गोवा सरकार ने प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा है। उल्लेखनीय है कि गोवा में डेल्टा वेरिएंट का एक केस मिला था। पहले बताया गया था कि पूरे देश में डेल्टा प्लस वेरिएंट के अब तक लगभग 40 केस दर्ज किए गए हैं। न केवल भारत वरन विश्व के कई अन्य देशों में भी इस वेरिएंट के मरीज मिल रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस विषय पर चिंता जाहिर करते हुए सभी देशों से सावधान रहने के लिए कहा था। आपको बता दें कि 16 जून तक 11 देशों में संक्रमण के 190 से अधिक केस सामने आ चुके थे।
डेल्टा प्लस वेरिएंट पर सरकारों की चिंता को देखते हुए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीन्स पर स्टडी करने का निर्णय किया है। संस्थान अपने अध्ययन में यह जानने का प्रयास करेंगे कि फिलहाल उपलब्ध वैक्सीन्स डेल्टा प्लस वेरिएंट पर कितनी प्रभावी हैं और क्या यह इस वेरिएंट की रोकथाम के लिए पर्याप्त रहेंगी।