आपको बता दें कि इसके साथ ही वाराणसी में भी गंगा आरती को रोका जा चुका है। यहां पर रोजाना आरती के दौरान बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। यहां पर गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
शिरडी के साईं बाबा मंदिर में भी कोरोनावायरस का असर देखने को मिल रहा है। साईं ट्रस्ट ने फिलहाल मंदिर को बंद करने निर्णय लिया है। सिद्धिविनायक मंदिर भी बंद
सोमवार रात को मुंबई स्थित सिद्धिविनायक मंदिर को भक्तों के लिए अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। संक्रमण होने की आशंका के चलते मंदिर में फिलहाल दर्शनों पर रोक लगा दी गई है। यहां देशभर से रोजाना सैकड़ों भक्त पहुंचते हैं।
बाबा काशीविश्वनाथ की तरह महाकाल में भी गर्भगृह पर भक्तों के प्रवेश को लेकर रोक लगा दी गई है। मेहंदीपुर बालाजी में दर्शनों पर रोक
राजस्थान स्थित मेहंदीपुर बालाजी में भी भक्तों के प्रवेश पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। यहां भी कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रबंधन ने बड़ा निर्णय लिया है।
कोरोनावायरस का असर पुणे में स्थित गणेशजी के दगदूशेठ हलवाई मंदिर में भी देखने को मिल रहा है। यहां 17 मार्च से अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। बंद होने से पहले भी मंदिर के दर्शन करने से पहले भक्तों को सेनिटाइजर इस्तेमाल करने के बाद ही भक्तों को प्रवेश दिया जा रहा है।
कोलकाता में रामकृष्ण मठ के मुख्यालय में भी सभी प्रकार की सभाओं पर रोक लगा दी गई है। खास बात यह है कि कोरोनावायरस के चलते यहां प्रसाद वितरण पर भी रोक लगा दी गई है।
ओडिशा स्थित जग्गनाथ मंदिर में भी कोरोनावायरस का असर देखने को मिल रहा है। यहां पर संक्रमण से बचाव की विशेष नियमावली को अमल में लाने पर जोर दिया जा रहा है।