पहला प्लाज्मा थेरेपी ( Plasma Therepy ) पर हमने ट्रायल आगे भी जारी रखने का फैसल लिया है। देशभर में दिल्ली पहला राज्य है जहां पर कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी से शुरू हुआ था। एलएनजेपी अस्पताल ( LNJP ) में हमने सबसे पहले इस ट्रायल शुरू किया। वहां पर 29 मरीजों पर किए गए ट्रायल के नतीजे अच्छे आए हैं।
LAC Dispute : MEA का दावा – चीनी सैनिकों ने आपसी सहमति के सभी मानदंडों की अनदेखी की नतीजे अच्छे आने के बाद हमने ये रिपोर्ट केंद्र सरकार ( Central Government ) को भेजी थी। अब हमारी सरकार ने एलएनजेपी और राजीव गांधी अस्पताल ( LNJP and Rajiv Gandhi Hospital ) में 200 और मरीजों पर ट्रायल की इजाजत दी है। दिल्ली के कई निजी अस्पतालों में प्लाज्मा थेरेपी के जरिए इलाज जारी है। उन्होंने कहा कि सिरियस केस में खासकर जिन मरीजों में मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर ( Multiple Organ failure ) समस्या है उनके लिए प्लाज्मा थेरेपी से इलाज ज्यादा कारगर साबित नहीं हुए हैं।
लेकिन माइल्ड सिम्पटॉम्स वाले मरीजों पर इसके ट्रायल के नतीजे बहुत अच्छे आए हैं। इससे साफ है कि जिनके हालत बिगड़े नहीं हैं उनका इलाज प्लाज्मा थेरेपी ( Plasma Therepy ) से किया जा सकता है। प्लाज्मा थेरेपी की वजह से एलएनजेपी में कोरोना से मरने वालों की संख्या आधे से भी कम हो गए हैं।
हमारी सरकार दूसरा कदम उन लोगों के हित में उठाया है जिनमें कोरोना के आंशिक लक्षण हैं। खासकर जिनका इलाज होम क्वारनटाइन के जरिए जारी है। ऐसे मरीजों को हम ऑक्सीमीटर ( Oxymeter ) मुहैया करा रहे हैं। कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीमीटर सुरक्षा कवच की तरह है।
कोरोना ने फिर पकड़ी रफ्तार, केंद्र ने महाराष्ट्र, गुजरात और तेलंगाना के लिए भेजी टीमें कोरोना मरीजों के सामने सबसे ज्यादा परेशानी उस समय उठ खड़ी हो जाती है जब उनका ऑक्सीज़न लेवल ( Oxyzen Level ) कम हो जाता है। आम आदमी का ऑक्सीज़न लेवल 95 होना चाहिए। 90 से कम होना खतरे का संकेत है और 85 से कम है तो यह मामला बहुत गंभीर माना जाता है। ऑक्सीज़न लेवल कम होने पर सांस लेने परेशानी होती है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ( Arvind Kejriwal ) ने कहा कि कई ऐसे भी रोगी हैं जिनमें ऑक्सीज़न लेवल बहुत कम होता है लेकिन कोरोना लक्षण दिखाई नहीं देते। ऐसे मरीज हालत बिगड़ने पर अचानक दम तोड़ देते हैं। ऐसे मरीजों के लिए तो ऑक्सीमीटर राम वाण की तरह है। अगर होम क्वारनटाइन में इलाज करा रहे मरीज का ऑक्सीजन लेवल 94 है या उससे कम है तो आप तत्काल दिल्ली सरकार ( Delhi Government ) को फोन कीजिए। आपके घर सरकार ऑक्सीमीटर तत्काल पहुंचाने का काम करेगी।
इसके अलावा केजरीवाल ने कहा कि हमने कैबिनेट मीटिंग ( Cabinet Meeting ) में बुरारी अस्पताल में 450 बेड की क्षमता बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके लिए अस्पताल प्रशासन को पैसे जारी कर दिए गए हैं। बैंक्वेट हॉलों में अस्पताल की सुविधा विकसित की जा रही है। आज के दिन में हमारे पास 13,500 बेड हैं। पिछले 10 दिनों में हमने 3500 नए बेड तैयार कराए हैं। हमें 6500 बेड की और जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अब दिल्ली में हालत कंट्रोल में है। हमारे पास बेड की कमी नहीं है। अब कोरोना से पार पाने के लिए कुछ और कदम उठाने जा रहे हैं।