इस साल का पहला चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) जनवरी में लगा था। इसके बाद 5 जून को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगा था। अब साल 2020 में ही यह तीसरा चंद्रग्रहण है। इससे पहले दोनों ही ग्रहण भारत में भी नजर आए थे। बता दें कि कल कल आषाढ़ पूर्णिमा है। इसे गुरु पूर्णिमा भी कहते हैं।
RK Singh बोले – दुश्मन देश से नहीं होने देंगे आयात, हिट लिस्ट में चीन और पाकिस्तान 5 जुलाई को लगने वाला ग्रहण कैसा होगा? 5 जुलाई को लगने वाला चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ( Penumbra Lunar Eclipse ) ग्रहण होगा। ऐसा तब होता है जब पृथ्वी, सूरज और चांद के बीच तो आती है। लेकिन तीनों एक ही रेखा में नहीं होते हैं। ऐसे में चांद की छोटी सी सतह पर अंब्र नहीं पड़ता है।
दरअसल, पृथ्वी के बीच के हिस्से से पड़ने वाली छाया को अंब्र ( Umbra ) कहा जाता है। चांद के बाकी के हिस्सों पर पृथ्वी के बाहरी हिस्से की छाया पड़ती है, जिसे पिनंब्र ( Penumbra ) या उपछाया कहते हैं। इस वजह से ही इस तरह के ग्रहण कों उपछाया ग्रहण कहा जाता है।
Delhi : जब बीच सड़क पर लड़ने लगे विधायक और महिला पार्षद, जानिए किसकी हुई जीत चंद्र ग्रहण का समय जानकारी के मुताबिक उपछाया चंद्र ग्रहण 5 जुलाई, 2020 को सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा। इसके बाद यह 9 बजकर 59 मिनट पर अपने सबसे अधिक प्रभाव में होगा। सुबह 11 बजकर 22 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। यह ग्रहण लगभग दो घंटे 43 मिनट और 24 सेकेंड तक रहेगा।
भारत में न तो दिखेगा न ही सूतक लगेगा साल का तीसरा चंद्रग्रहण भारत में 5 जुलाई को सूर्योदय के बाद लगेगा। ऐसे में भारतवासी ग्रहण नहीं देख सकेंगे। इस वजह से 5 जुलाई को लगने वाला ग्रहण में सूतक काल भी नहीं लगेगा। साथ ही लोग बिना किसी परेशान के गुरु पूर्णिमा की पूजा कर सकेंगे।
कहां-कहां दिखेगा चंद्रग्रहण 5 जुलाई को लगने वाला ग्रहण अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, पैसिफिक और अंटार्टिका में दिखाई देगा। यह ग्रहण लगभग 2 घंटे 45 मिनट तक रहेगा।