दरअसल सुशांत सिंह राजपूत के परिवार का कहना है कि उन्हें मुंबई पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है। अब तक पुलिस सिर्फ बयान लेने के सिवा कुछ खास नहीं कर पाई है। यही वजह है कि सुशांत के पिता ने बिहार में ही शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत दर्ज होने के बाद बिहार पुलिस ने इस मामले की जांच भी शुरू कर दी। लेकिन मुंबई पुलिस का रवैया बिहार पुलिस के लिए भी कुछ खास सहयोग वाला नहीं रहा। बल्कि जांच के लिए बिहार पुलिस को मुंबई पुलिस की ओर से गाड़ी तक मुहैया नहीं करवाई गई। यही वजह है कि बिहार पुलिस अब ऑटो में इस मामले की जांच में जुटी है।
बिहार के महाधिवक्ता ललित किशोर के मुताबिक बिहार पुलिस ने रिया चक्रवर्ती की याचिका को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया है। इस चैलेंज में आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा गया है कि जब एक राज्य की पुलिस दूसरे राज्य में जांच के लिए जाती है तो उसे मदद की जाती है। लेकिन यहां मुंबई पुलिस मामले की जांच में बिहार पुलिस की कोई मदद नहीं कर रही है।
सुशांत सिंह राजपूत मामले में एक और बड़ा मोड़ ये आया है कि बिहार सरकार ने रिया चक्रवर्ती के आरोपों का जवाब देने के लिए भारत सरकार के पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी को नियुक्त किया है। आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुकुल हर पेशी के लिए पांच लाख रुपए फीस लेते हैं।
सुशांत केस में आरोपी रिया चक्रवर्ती ने सुशांत सिंह राजपूत के पिता पर आरोप लगाया है कि उन्होंने बिहार उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करने में अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया है। रिया ने रेप और जान से मारने की धमकी को लेकर सांताक्रूज थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई है।
सुशांत सिंह राजपूत की ओर से किए गए 25 करोड़ रुपए के बैंक लेन-देन पर प्रवर्तन निदेशालय की नजर है। ईडी ने बकायदा इसको लेकर मुंबई पुलिस से प्राथमिकी की कॉपी भी मांगी है। इस एफआईआर की समीक्षा के बाद ईडी इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला भी दर्ज कर सकती है।