सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की आईएसआई और अलकायदा भारतीय उपमहाद्वीप में एक्यूआईएस को फंडिंग कर रही है। साथ ही बांग्लादेश के जरिए अब बंगाल के रास्ते आतंकियों की घुसपैठ कराई जा रही है। केरल से दुबई, सीरिया कनेक्शन भी एजेंसिया खंगाल रही हैं। बता दें कि इन दोनों राज्यों में मुस्लिमों की स्थिति न केवल अच्छी है बल्कि इनकी एक बड़ी आबादी भी निवास करती है।
NIA ने Al-Qaeda के 9 आतंकियों को किया गिरफ्तार, बड़ी साजिश नाकाम, दिल्ली-कोच्चि को दहलाने की थी योजना इस बार दोनों संगठन मुस्लिम युवाओं को रेडिकलाइज कर आतंक की आग देश के अलग-अलग हिस्सों में फैला रहे हैं। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि अब तक जितने भी मामले पकड़ में आए हैं उनमें एक बात सामान्य है कि सोशल मीडिया के जरिए मुस्लिम युवाओं को रेडिकलाइज करने का काम हो रहा है। जांच एजेंसियों के मुताबिक अलकायदा और आईएस नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है।
स्लीपर सेल सक्रिय अभी तक की जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल, केरल और कश्मीर घाटी में इनके सबसे ज्यादा सक्रिय स्लीपर सेल हैं। आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक,तेलंगाना,महाराष्ट्र,तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल,राजस्थान, बिहार,यूपी, मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर के अलावा हरियाणा के मेवात इलाके में इनके नेटवर्क की सूचना एजेंसियों के पास है। कहीं पर अलकायदा तो कहीं आईएस की मौजूदगी है।
Jammu-Kashmir : एलजी मनोज सिन्हा का बडा ऐलान, अब बिजली-पानी का आधा बिल माफ यूएन का दावा संयुक्त राष्ट्र की ओर से 2 माह पूर्व जारी रिपोर्ट में बताया गया था कि केरल और कर्नाटक में बड़ी संख्या में आईएस आतंकी हो सकते हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा एक्यूआईएस के आतंकवादी हमले की साजिश में लिप्त हैं। एक्यूआईएस का मौजूदा सरगना ओसामा महमूद है, जिसने मारे गए आसिम उमर की जगह ली है।
इतना ही नहीं, यूएन रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा के 180 से 200 आतंकी हैं। ये आतंकी भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार में शरण लिए हुए हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा आईएस का सहयोगी संगठन है।
आतंकी प्रांत बनाने का दावा आईएसआईएस ने पिछले साल दावा किया था कि वह भारत में विलायाह ऑफ हिंद नाम से नया प्रांत गठित कर लिया है। भारत में यमन का आतंकी संगठन अंसारूल्लाह का स्लीपर सेल भी सक्रिय है। ये यमन के हूती विद्रोहियों का उग्र संगठन है जिसका शुरुआती एजेंडा तो सउदी अरब और अमरीका में आतंकी हमले कर अशांति फैलाने का था, लेकिन अब इस संगठन ने भारत में भी कोहराम मचाने की कोशिश करनी शुरू कर दी है। अंसारूल्लाह ने दक्षिण और पश्चिम भारत में जड़ जमाने की कोशिश की है। इनके अधिकांश स्लीपर सेल सूरत में हैं।