गौर हो, गायक अदनान सामी को पद्मश्री दिए जाने पर कांग्रेस ने इसे चमचागिरी करने का परिणाम कहा था। कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा था कि- “करगिल युद्ध में शामिल रहे हमारे जवान और सेना के पूर्व अफसर मोहम्मद सनाउल्लाह को घुसपैठिया कहा गया है, जबकि भारत के खिलाफ युद्ध लड़ने वाले पाकिस्तानी वायुसेना के पायलट के बेटे को पद्मश्री दिया जा रहा है। यह सरकार की चमचागिरी करने का जादू है।”
ट्वीट करके उठाए सवाल शेरगिल ने ट्वीट करके तीन सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा – क्यों सनाउल्लाह जैसे भारतीय सेना के अफसर को एनआरसी के कारण विदेशी घोषित किया जाता हैं। जबकि दूसरी ओर पाकिस्तानी पायलट के बेटे को पद्मश्री दिया जा रहा है? उन्होंने दूसरा सवाल यह किया है कि- क्या पद्मश्री के लिए समाज में योगदान जरूरी है या सरकार का गुणगान करना? तीसरा, क्या पद्मश्री के लिए नया मानदंड है कि करो सरकार की चमचागिरी, मिलेगा तुमको पद्मश्री?”
दिग्विजय ने जताई खुशी वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सरकार के इस निर्णय पर खुशी जताई। दिग्विजय ने ट्वीट करके कहा कि- “पद्मश्री से सम्मानित सभी हस्तियों को बधाई। मैं सिंगर और संगीतकार अदनान सामी को पद्मश्री दिए जाने से बहुत खुश हूं। मैंने ही सरकार से उन्हें भारतीय नागरिकता दिए जाने की सिफारिश की थी और मोदी सरकार ने उन्हें यह प्रदान की।
किसी को नागरिकता देना सरकार का अधिकार दिग्विजय ने आगे लिखा कि सरकार किसी भी व्यक्ति को बिना धार्मिक पक्षपात के नागरिकता दे सकती है। ऐसे में सीएए की क्या जरूरत? क्या यह सिर्फ भारतीय राजनीति का ध्रुवीकरण करने के लिए है। अगर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के उत्पीड़ित मुस्लिम समुदाय भारतीय नागरिकता की मांग करते हैं, तब मोदी सरकार क्या करेगी?”
पाकिस्तान एयरफोर्स में पायलट थे अदनान के पिता बता दें, अदनान सामी का जन्म लंदन में हुआ था। उनके पिता पाकिस्तान एयरफोर्स में पायलट थे। अपने गीतों के लिए चर्चित अदनान ने 2015 में भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था। इसके बाद जनवरी 2016 में सरकार ने उन्हें भारतीय नागरिता दे दी। पद्मश्री दिए जाने वाली 118 शख्सियतों में अदनान सामी का नाम भी शामिल है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी सूची में उनका आवास महाराष्ट्र में दिखाया गया है।