इस दौरान केंद्र सरकार ( Central Goverment ) ने आवश्यक वस्तुओं की कमी न आने का विश्वास दिलाया था। यही वजह है कि सुरक्षाबलों और प्रशासन ने देश के अलग-अलग हिस्सों से लेकर दुर्गम इलाकों तक जरूरी सेवाओं को पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई है।
इसी क्रम में सुरक्षाबलों ने सोमवार को आवश्यक सामग्री से भरे ट्रकों को पूरी सुरक्षा के साथ करगिल-लद्दाख तक पहुंचाया।
दिल्ली : AAP विधायक प्रकाश जारवाल को डॉक्टर सुसाइड केस के आरोप में दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया
भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने बीते 21 दिन में 900 ट्रक पूरी सुरक्षा के साथ गंतव्य तक पहुंचाएं हैं।
आईटीबीपी जवान इन ट्रकों को जोजिला दर्रे के माध्यम से दुर्गम और बर्फीले रास्तों से करगिल और लद्दाख तक ले गए।
इनमें खाद्य सामग्री से भरे हुए भारी वाहन व तेल के टैंकर शामिल थे। आपको बता दें कि सामान्य दिनों में भी मुश्किल भरे इन मार्गों से जवानों ने लॉकडाउन के बीच खाद्य सामग्री और ईंधन समेत आवश्यक वस्तुएं लोगों तक पहुंचाईं है।
यही वजह है कि यहां पर रोजमर्रा के इस्तेमाल में आने वाली चीजों की कोई कमी महसूस नहीं हुई।
COVID-19: अद्र्धसैनिक बलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे से परेशान गृह मंत्रालय
आखिर अमित शाह को अपने स्वास्थ्य को लेकर क्यों देनी पड़ी सफाई? बोले- मुझे कोई बीमारी नहीं है
जानकारी के अनुसार देश के इन दुर्गम इलाके में देश की तकरीब डेढ़ लाख लोगों की आबादी रहती है। यह पूरी आबादी ट्रकों और सड़क मार्ग से होने वाली आपूर्ति पर ही निर्भर है।
लेकिन आईटीबीपी के जवानों ने मौसम और मार्गों की जटिलता को अनदेखा करते हुए माइनस 10 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में लोगों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति उपलब्ध कराई।