आज सर्जिकल स्ट्राइक के चार साल पूरे हुए, सामने आई इस कार्रवाई से जुड़ी बड़ी जानकारी इस अनोखी बस यात्रा के बारे में बताते हुए लाभांषु ने कहा कि इस दौरान 21 हजार किलोमीटर का बस के जरिये सफर किया जाएगा। पूरी यात्रा में 75 दिन यानी करीब ढाई महीने का वक्त लगेगा। हालांकि इस यादगार सफर की सबसे बड़ी खूबी या खामी यह है कि इसके लिए केवल 20 मुसाफिरों को ही जाने का मौका मिलेगा। यह अंतरराष्ट्रीय बस यात्रा जून 2021 में शुरू किए जाने की योजना है।
अगर बात करें इस सफर के प्रमुख पड़ाव की तो भारत से यह यात्रा बसे पहले म्यांमार, थाईलैंड, लाओस और चीन जाएगी। यहां से किर्गिस्तान, उजबेकिस्तान, कजाखस्तान, रूस, लात्विया, लिथुआनिया, पोलैंड, चेक गणराज्य, ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्विटजरलैंड, फ्रांस, इंग्लैंड, वेल्स और फिर स्कॉटलैंड पहुंचेगी। वहीं, सफर के दौरान लोग जिन प्रमुख स्थानों को देख सकेंगे, उनमें पेरिस का एफिल टावर, बैंकॉक, एडिनबर्ग, बिश्केक, काशगर बाजार, चेंगडू, ज्यूरिख, मॉस्को, गोल्डेन रॉक, चीन की दीवार, ताशकंद, सेंट पीट्सबर्ग, पुर्तगाल गार्डन लंदन आई और लंदन टावर ब्रिज प्रमुख हैं।
कोरोना वायरस को मात देने से पहले भारत को मिल रहीं बड़ी कामयाबी, अब पा लिए यह बड़े मुकाम उन्होंने आगे कहा कि इस सफर का नाम इंक्रेडिबल बस राइड (अतुल्य यात्रा) रखा गया है और इस यात्रा का मकसद पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति को फैलाना है। बता दें कि इससे पहले लाभांषु अंतरराष्ट्रीय सड़क मार्ग के जरिये 32 देशों की शांति यात्रा कर चुके हैं। हाल ही में लाभांषु और उनके भाई विशाल ने भारत से लंदन के बीच विश्व शांति यात्रा के जरिये सड़क यात्रा की थी। तमाम पुरस्कारों से सम्मानित लाभांषु भारत को पहलवानी में कई स्वर्ण पदक दिला चुके हैं।