देहात कोतवाली क्षेत्र के एक व्यक्ति ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि बुधवार की दोपहर वह बाइक से पत्नी के साथ कालीखोह मंदिर में दर्शन करने आया था। यहां से दोनों सीताकुंड दर्शन के लिए चले गए। लगभग 1 बजे जब वापस लौटने लगे तो रास्ते में चार लोगों ने बाइक रोक लिया और वीडियो बनाने लगे। मना करने पर डंडे से पिटाई शुरू कर दी।
पुलिस की जांच में हैरान करने वाली निकली कहानी
इसके बाद हम दोनों को जंगल की ओर खींच ले गए। मुझे एक पेड़ के पास दो लोग पकड़कर बैठ गए और पत्नी के साथ बारी- बारी से सभी ने दुष्कर्म किया। इस घटना से वो लोग डर गए। इसकी जानकारी पुलिस को देने के बजाय घर चले गए। रविवार को विंध्याचल कोतवाली पहुंचकर पति ने तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी। पुलिस ने जांच की तो हैरान करने वाली कहानी सामने आई है। गैंगरेप का मामला पूरी तरह से फर्जी सामने आया। पुलिस के मुताबिक दोनों पति- पत्नी नहीं हैं बल्कि दोनों प्रेमी- प्रेमिका है। घटना वाले दिन दोनों लोग दोनों बाइक से अष्टभुजा पहाड़ी पर घूमने गए थे। दोनों लोग जंगल में एक सुनसान जगह पर बैठे थे। इस बीच लोगों ने दोनों का गलत वीडियो बना लिया। फिर वीडियो डिलीट करने के लिए पैसे मांगने लगे। इन दोनों का आरोपियों के साथ विवाद हुआ और मारपीट भी हुई।
प्रेमी- प्रेमिका ने मिलकर रची झूठी कहानी
इसके बाद दोनों को लगा कि पुलिस इस मामले की तभी जल्द कार्रवाई करेगी, जब मामला गैंगरेप को होगा। प्रेमी और प्रेमिका ने मिलकर झूठी गैंगरेप की कहानी रची। फिर पुलिस कोतवाली पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई। हालांकि, पुलिस ने लूट की वारदात को अंजाम देने वाले और वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग करने वाले चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच में जुट गई है।