शीतला धाम के पुजारी दिनेश त्रिपाठी का कहना है कि यहां दूर-दूर से आकर श्रद्धालु पूरी आस्था के साथ मां का दर्शन-पूजन करते हैं। उनका दावा है कि गड़बड़ा धाम में दर्शन मात्र से ही भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को गंवई मेला था। अगले सोमवार को शहरी यानी बड़ा मेला होगा। जबकि तीसरे और आखिरी सोमवार यानी 1 जनवरी को फिर गंवई मेले से इसका समापन हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यहां श्रद्धालुओं की इच्छा पूरी होने पर बच्चों का मुंडन संस्कार कराने की परंपरा है। इसके साथ ही मनौती मानने वाले रोट और लपसी का भोग लगाते हैं।
पुजारी दिनेश त्रिपाठी का कहना है कि यहां मां के दर्शन से निःसंतान दंपति को पुत्र प्राप्ति होती है। माता के दरबार में ऐसे कई दंपति आते हैं। जो अपनी मांगी मनौती के पूरी होने का दावा करते हैं और माता को धन्यवाद देते हैं। पुजारी दिनेश त्रिपाठी आगे बताते हैं कि जिनकी आंखों की रोशनी चली गई हो, वह श्रद्धा भाव से मां के दर्शन-पूजन करें। इससे उनकी आंखों की रोशनी दोबारा लौट आएगी।