आपको बता दें कि आप के विधायक दल के बैठक में मुख्यमंत्री के नाम पर आतिशी का नाम फाइनल हुआ है। आतिशी अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसौदिया के बाद आप की सबसे भरोसेमंद नेता रही हैं। इस समय आतिशी शिक्षा,संस्कृति ,पीडब्ल्यूडी,और पर्यटन मंत्री के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहीं हैं।
आतिशी 2013 में आम आदमी पार्टी से जुड़ीं थीं। 2015 से 2018 तक वह दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसौदिया की पर्सनल सलाहकार भी रहीं।
2019 में वो लोकसभा चुनाव भी लड़ीं और तीसरे नंबर पर रहीं। 2020 में वो कालकाजी से विधायक चुनीं गईं और 2023 में मनीष सिसौदिया के जेल जाने के बाद केजरीवाल सरकार में शिक्षा मंत्री बनीं। केजरीवाल और सिसौदिया के जेल में रहने के दौरान ये आम आदमी पार्टी की सबसे प्रभावशाली नेता के तौर पर उभरीं।
दिल्ली का जल संकट हो या महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल के आरोप ,विपक्ष के सवालों का उन्होंने बड़ी ही बहादुरी से सामना किया।
आतिशी को दिल्ली की सुदृढ़ शिक्षा व्यवस्था के शिल्पकार के रूप में जाना जाता है। दिल्ली के स्कूलों के बुनियादी ढांचे में सुधार, शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत प्रबंध समितियों के गठन, नियमों को कड़ाई से लागू करवाने के लिए आतिशी को विशेष रूप से जाना जाता है।
आतिशी के माता पिता विजय सिंह और तृप्ति वही दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे। आतिशी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेन से इतिहास में ग्रेजुएशन और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।