सात साल पहले का टूटा रिकॉर्ड
बता दें, दुनिया भर में लू के कारण औसत वैश्विक तापमान 17.06 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। चीन मे तापमान 40 डिग्री और उत्तरी अमेरिका में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पहुंच रहा है। हैरानी की बात है कि जहां पर गर्मी में सर्दियों का मौसम होता था वहां भी गर्मी तेज पड़ रही है।
उन्होंने बताया कि अंटार्कटिका में सर्दियों का मौसम है। लेकिन वहां पर असामान्य रूप से उच्च तापमान है। डॉ. कंचन सिंह ने बताया कि यह कोई मील का पत्थर नहीं है। जलवायु परिवर्तन इसके लिए जिम्मेदार है। उन्होंने इसका कारण अल नीनो नामक प्राकृतिक मौसम घटना और इंसानों की ओर से कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के संयोजन से गर्मी बढ़ रही है।
भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में समुद्र की सतह का तापमान बढ़ने की घटना ‘अल नीनो’ कहलाती है। इसी कारण से मौसम में तेजी से परिवर्तन हो रहा है। भारत के अधिकांश राज्यों में भीषण बारिश हो रही है। इस बारिश के कारण कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है।