दरअसल आप पार्टी का नया जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी को बनाया गया है। अंकुश चौधरी के जिलाध्यक्ष बनने के बाद पार्टी दो फाड़ हो गई है। एक पक्ष के अनुज जाटव ने नए जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी पर भाजपा का एजेंट होने का आरोप लगाया। अनुज का आरोप था कि जिलाध्यक्ष अंकुश चौधरी और मुजफ्फरनगर के जिलाध्यक्ष बालियान ने उसको जान से मारने की धमकी दी है। अकरम कुरैशी वरिष्ठ महासचिव ने भी जिलाध्यक्ष पर आरोप लगाए।
जिला अध्यक्ष पद को लेकर अब पार्टी कार्यकर्ताओं में दो फाड़ हो गया है। केजरीवाल की रैली के बाद जिला अध्यक्ष बदलकर अंकुश चौधरी को बनाया था। जिसका अन्य कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष बनाए जाने को लेकर पक्षपात का आरोप लगाया है। वहीं अंकुश चौधरी के जिलाध्यक्ष बनने पर सहमति नहीं होने और पार्टी में बवाल होने पर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह के निर्देश पर कार्यकारिणी का भंग कर दिया गया।
वहीं इस पूरे प्रकरण पर जिला महासचिव अभिषेक द्विवेदी का कहना है कि कुछ कार्यकताओं के बीच गलत फहमी हो गई है। जिसे जल्द से जल्द दूर कर लिया जाएगा। आम आदमी पार्टी आम लोगों की पार्टी है। इसमें किसी का वर्चस्व नहीं है, जो भी पदाधिकारी चुना जाता है वह आम कार्यकर्ता की सहमति से बनता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी के निर्देश पर कार्यकारिणी भंग कर दी गई है।