यह भी पढ़ेंः
मेरठ में एटीएस ने संदिग्ध आतंकी दबोचा, पाकिस्तान में लंबी बातें करता था रोजाना प्रमुख शहरों में ये है स्थिति क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय के अनुसार कई प्रमुख शहरों में एक्यूआई बढऩे से लोगों की परेशानी बढ़ी है। इनमें मेरठ का एक्यूआई 324, गाजियाबाद का 308, लोनी देहात का 302, ग्रेटर नोएडा का 302, मुजफ्फरनगर का 290, मुरादाबाद का 285, दिल्ली का 270, बागपत का 272 और लखनउ का एक्यूआई 184 चल रहा है। खेतों में पराली और कई स्थानों पर कूड़ा-करकट जलाए जाने के कारण हवा गुणवत्ता खराब हो रही है। मेरठ में कुछ स्थानों पर यही सब होने के कारण यहां की गुणवत्ता इस सीजन में रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी का कहना है कि पराली और कूड़ा आदि जलाने को लेकर निगरानी की जा रही है।
यह भी पढ़ेंः
Diwali 2019: इस दीवाली से घर में झाड़ू इस समय पर लगानी शुरू कीजिए, लक्ष्मी जी की बरसेगी कृपा तापमान में गिरावट नहीं वेस्ट यूपी, दिल्ली-एनसीआर में हवा रुकने और दिन-रात के तापमान में गिरावट नहीं आने से गुणवत्ता और खराब होने का खतरा बढ़ गया है। मौसम वैज्ञानिक डा. एन. सुभाष का कहना है कि हवा बंद होने के कारण स्मॉग का असर ज्यादा दिख रहा है। अभी दिन के तापमान में और ज्यादा गिरावट की आवश्यकता है। इन दिनों अधिकतम तापमान 32.4 और न्यूनतम तापमान 19.7 डिग्री सेल्सियस चल रहा है।