बता दें कि मेरठ ( Meerut ) के फलावदा थाना क्षेत्र के सकौती निवासी सोनू गुर्जर मवाना में कोचिंग का संचालन करता था। बीती तीन नवंबर को वह अपने भांजे के साथ बाइक पर सवार होकर कोचिंग के लिए जा रहा था। रास्ते में फलावदा थाना क्षेत्र के गांव पिलौना के समीप बाइक सवार तीन हमलावरों ने सोनू पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी।
पीड़ित परिजनों ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इस घटना के खुलासे के लिए फलावदा पुलिस ने कोचिंग संचालक की पत्नी नेहा की कॉल डिटेल खंगाली। इसमें सामने आया कि उसके धंजू गांव निवासी शुभम से संबंध हैं। उसने ही दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की है। पुलिस के अनुसार नेहा की मिलीभगत से शुभम ने अपने गांव के ही रोहित व दलजीत के साथ वारदात को अंजाम दिया
पुलिस ने शुभम, दलजीत एवं नेहा को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जाता है कि सोनू की पत्नी नेहा का धंजू निवासी शुभम से सितंबर 2019 से परिचय था। शुभम ने कहा कि वह अपने पति को छोड़ दे, नहीं तो उसकी हत्या कर देगा। वहीं, सोनू को पत्नी के संबंध के बारे में शक होने लगा था। इसको लेकर दोनों में कई बार विवाद हुआ। इस पर नेहा ने बीती दो नवंबर को शुभम को सोनू की हत्या करने के लिए भेजा था। शुभम अपने साथियों के साथ सोनू को तलाशता रहा परंतु वह नहीं मिला। अगले दिन तीन नवंबर को नेहा ने व्हाट्सएप कॉल करके शुभम को सोनू की पहचान एवं बाइक का नंबर बताया था।
बीते रविवार को एसओजी व फलावदा पुलिस ने धंजू गांव में शुभम को दबोच लिया। हालांकि परिजनों ने पुलिस अभद्रता व हाथापाई कर उसे छुड़ा लिया था। इसके बाद कई थानों की फोर्स ने गांव पहुंचकर हत्यारोपी की तलाश की। पुलिस का दबाव पड़ने पर परिजनों ने उसे देर रात सुपुर्द कर दिया हालांकि पुलिस ने 21 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस ने इस मामले में भी आरोपी शुभम के पिता मुनेश, ताऊ सूरज, चाचा नरेश एवं तहेरे भाई सिपाही नीटू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।आरोपी रोहित की तलाश में दबिश जारी है।