नौतपा (
mausam ) अपना असर तेजी से दिख रहा है। हालात यह हैं कि सुबह आठ बजे से ही धूंप के तेवर देखे जा रहे हैं। धूंप में दो मिनट भी खड़ा होना भारी पड़ रहा है। लॉकडाउन ( lockdown ) के बावजूद भी जहां सड़कों पर वाहन चालकों की आवाजाही बनी रहती थी वहीं अब धूंप और बढ़ते तापमान के कारण लोग घरों में कैद होने लगे हैं। दिन निकलते ही तेजी से तापमान बढ़ने लगा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआइ 104 तक पहुंच गया है जो गुरूवार के 80 तक ही था। हवा में मानक के चार गुना से अधिक अति सूक्ष्म कण घुलने से वायु गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है। विभागीय रिपाेर्ट के अनुसार गुरूवार को हवा में घुले अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गई। पिछले वर्ष 26 मई को एक्यूआइ 106 और वायु गुणवत्ता मध्यम स्थिति में रही थी।
सीपीसीबी की गाइडलाइन के अनुसार वायु गुणवत्ता एक्यूआइ 0-50 तक अच्छी मानी जाती है। 51 से 100 तक संतोषजनक मानी जाती है। 101 से 200 तक मध्यम मानी जाती है और 201-300 तक खराब स्थिति मानी जाती है। 301-400 तक बहुत खराब और 401-500 तक खतरनाक स्थिति होती है।