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82 किलोमीटर का सफर तय होगा 45 मिनट में, होली के बाद इस एक्सप्रेसवे पर फर्राटा भरेंगे वाहन डा. आरएस सेंगर ने बताया कि मेरठ समेत वेस्ट यूपी के अन्य जनपदों में शीत लहर के चलते तापमान में गिरावट का दौर फिलहाल थमने के आसार नहीं है। हालांकि 30 दिसम्बर से पछुआ हवाओं की दिशा में परिवर्तन होने और पश्चिमी विक्षोभ के हालात बनने से बारिश की संभावना है। पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में 31 दिसम्बर और एक जनवरी को गरज चमक के साथ बूंदाबांदी होने का अनुमान है। पिछले 24 घंटों के दौरान जिले में ठंड ने पिछले दस सालों का रिकार्ड तोड़ दिया है। जबकि तड़के पांच बजे जिले का तापमान कुछ समय के लिए तो 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया था।
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VIDEO: 12वीं के टॉपर छात्र ने गर्लफ्रेंड के शौक पूरे करने के लिए बनाया लुटेरों का गैंग पश्चिम विक्षोभ की लगातार आवाजाही से ठंड ने गंभीर रूप अख्तियार कर लिया है। कृषि प्रणाली संस्थान के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डा.एम शमीम की मानें तो इस समय सोलर रेडियेशन कम होने से ठंड बढ़ जाती है। उस पर पश्चिम विक्षोभ के चलते पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी हो रही है। इस पश्चिम विक्षोभ के प्रभाव से चलने वाली उत्तर-पश्चिम हवाएं का हीट लोड कम हो जाता है। हवाएं प्रवाह के दौरान तक दूर तक बर्फीली चोटियों के लगातार संपर्क में रहने चिल्ड हो जाती हैं। मैदान में उतर कर यही हवाएं कहर बरपाती हैं। भूगोलविद् डा. कंचन सिंह ने बताया कि मेरठ और मुजफ्फरनगर में यह हवाएं मसूरी के ऊपर स्थित धनोल्टी पर्वत श्रृंखलाओं से आती हैं। डा. एम शमीम ने बताया कि 1 और दो जनवरी को एनसीआर में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है। उसके बाद फिर पारा गिरेगा। 14 जनवरी तक ठंड से राहत की संभावना नहीं हैं। वहीं मौसम विभाग ने कहीं-कहीं ओलावृष्टि की आशंका जताई है।