बारिश की जगह सावन में लोगों को तेज धूप का सामना करना पड़ेगा। कुछ स्थानों पर आज बुधवार को बादल जरुर रहे लेकिन यह बादल ऐसे नहीं हैं जो बारिश कर ठंडक पहुंचा सके। मेरठ सहित पूरे पश्चिम यूपी में आज दिन तेज धूप निकली। जिससे तापमान में वृद्धि हुई है। पूर्वी यूपी में भी तेज धूप और उमस के कारण लोगों का बुरा हाल हो गया। यूपी के अधिकांश जिलों में कड़क धूप और तापमान में क्रमिक वृद्धि का सामना करना पड़ा।
मौसम वैज्ञानी ने बताया कि दक्षिणी हिस्से की ओर बढ़ गई मानसून ट्रफ के कारण प्रदेश में बारिश का दौर अब रूक गया है। उड़ीसा तट पर बने कम दबाव क्षेत्र के प्रभाव से मानसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर खिसका है। मानसून के रास्ता बदल से मौसम ये बदलाव हुआ है।
माना जा रहा है कि ये यह बदलाव कुछ दिन रहेगा। 23 जुलाई से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून फिर से सक्रिय होने के आसार हैं। 24 से पश्चिम यूपी के जिलों बारिश होने के की संभावना हैं। उसकी के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश शुरू होगी। गंगा के मैदान में इस समय मानसून ट्रफ को रहना चाहिए था। पश्चिमी विक्षोभ भी नहीं आ पा रहा है। इस कारण उत्तर प्रदेश में मानसून कमजोर पड़ गया है। हालांकि एक दम बरसात नहीं होगा ऐसा नहीं कह सकते। पांच से दस मिनट की छिटपुट बरसात कहीं हो सकती है। बादलों की आवाजाही बराबर बनी रहेगी।
क्या है मानसून की ट्रफ लाइनपाकिस्तान व राजस्थान के बीच के क्षेत्र में जब लो प्रेशर सिस्टम बनता है। तब उससे निकलने वाली रेखा को ट्रफ लाइन कहते है। यह लाइन अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी के साथ दोनों ओर से हवा खींचती है। इस वजह से मानसून सक्रिय होता है।