बोर्ड के इस आदेश को लेकर अब विद्यालय नए पैर्टन पर पेपर बनवाने में जुटे हुए हैं। जिन विद्यालयों ने प्रश्नपत्रों का छपवा लिया था। अब उन्हें दोबारा प्रश्नपत्रों को छपवाना पड़ रहा है। दरअसल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अब 70 नंबर के प्रश्नपत्र का दूसरा भाग (लगभग 70 फीसद या 50 नंबर का) वर्णनात्मक प्रश्नों का होगा जिसके उत्तर पूर्व से चली आ रही व्यवस्था के अनुसार पारम्परिक उत्तर पुस्तिकाओं पर दिए जाएंगे।
इन प्रश्नपत्रों में उच्चतर चिंतन कौशल (हाट्स-हायर आर्डर थिंकिंग स्किल्स) से संबंधित सवाल भी रखे जाएंगे। वहीं 70 नंबर के पेपर में 20 अंकों के बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। विद्यार्थियों को एक-एक नंबर के कुल 20 बहुविकल्पीय का जवाब ओएमआर शीट पर देना होगा। जबकि 30 अंक आंतरिक मूल्यांकन पर आधारित होगा।
डीआइओएस डॉ. गिरजेश कुमार चौधरी ने बताया कि सभी विद्यालयों को पहले ही नए पैर्टन से परीक्षा कराने का निर्देश दिया जा चुका है। नए पैर्टन में कुछ खास बदलाव नहीं किया गया है। पहले भी 20 अंकों के बहुविकल्पीय सवाल पूछे जाते थे। इस बार विद्यालयों को 20 अंकों की परीक्षाएं ओएमआर शीट पर कराने का निर्देश है। इसके पीछे विद्यार्थियों को ओएमआर शीट पर परीक्षा देने का अभ्यास कराना मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार सभी विद्यालयों को नवंबर में अर्द्धवार्षिक तथा फरवरी में वार्षिक परीक्षाएं कराने का निर्देश दिया गया है।