बता दें कि विगत 2011 मे शास्त्री नगर एल-ब्लाक में पिछले साल छात्र की बलि देने के बाद शहर में तांत्रिकों के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया गया था। ज्यादातर तांत्रिक उस समय अपनी दुकान समेटकर चलते बने। लेकिन अब उसके बाद से करीब 8 साल बाद पुलिस की ढील के चलते अपराधिक किस्म के इन तांत्रिकों ने तंत्र-मंत्र और माया जाल का तिलिस्म दोबारा से खड़ा कर लिया है। शहर से तांत्रिक पिछले साल गायब हो गए थे, वह दोबारा से अपने दुकान सजाकर लोगों को अपने ढोंग का शिकार बनाने में जुटे हैं।
लोगों को अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए तांत्रिकों ने अपने पुराने संपर्क सूत्रों और चेलों को लगाया है। शहर में कई ऐसे तांत्रिक हैं, जिनका पिछला अपराधिक रिकार्ड रहा है। पुलिस से बचने के लिए कुछ हिस्ट्रीशीटर बदमाशों ने तंत्र मंत्र की दुनिया में अपने काले कारनामों को छिपा लिया, हालांकि अपराध की दुनिया से इनका संपर्क बराबर रहा।
इन बदमाशों का प्रदेश से बाहर कई बड़े शहरों जैसे दिल्ली, गुड़गांव, मुंबई, हरियाणा, देहरादून, गोवा और अन्य बड़े शहरों में नेटवर्क फैला है। बाहरी राज्यों में घटनाओं को अंजाम देने के बाद अपने नेटवर्क का प्रयोग कर दूसरे राज्यों में खुद को भेष बदलकर छुपा लेते हैं। ऐसे में आगामी चुनावों के दौरान इनकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। पुलिस और खुफिया विभाग तांत्रिकों की बढ़ती सक्रियता को काफी गंभीरता से ले रही है।
हर मर्ज की दवा होने का करते हैं दावा :— ये तांत्रिक आपके हर मर्ज की दवा होने का दावा करते हैं। लोग संतानहीनता, व्यापार में लाभ, प्यार और सेक्स, कैरियर की रूकावट, दुश्मनों के खिलाफ टोना टोटका, मानसिक रोगों, गुरु दर्शन, मन की शांति से लेकर चुनावी टोटकों तक के लिए तांत्रिकों से संपर्क करते हैं।
मेरठ में ये हैं प्रमुख अड्डे :— शहर में तारापुरी, रशीदनगर, शकूरनगर, खत्तारोड, न्यू मियां मोहम्मद नगर, गुलजारे इब्राहिम, एल ब्लाक, श्यामनगर इनके प्रमुख कार्यस्थली हैं। इसके अलावा देहात में रोहटा, जानी, इंचौली, मऊ खास, दौराला, परतापुर, लावड़, किठौर और आसपास के सैकड़ों गांवों में तांत्रिकों ने अपना कब्जा जमाया हुआ है।
क्या कहते हैं अधिकारी इस बारे में जब एसपी सिटी डा. एएन सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि उनके पास ऐसी जानकारी है कि कुछ अपराधिक किस्म के लोग ये धंधा करते हैं। इनकी सूची बनाई जाएगी और यह पता किया जाएगा कि ये लोग किस राज्य और जिले में हैं।