नकली Remdesivir इंजेक्शन बेचते पकड़े गए शाहरुख और सलमान खान, गैंग में पूर्व मंत्री का भांजा भी शामिल
दरअसल, 29 अप्रैल को सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलेक्युलर बॉयोलाजी ने नेहरू जूलोजिकल पार्क के अधिकारियों को जानकारी दी थी कि आरटी-पीसीआर टेस्ट में आठ शेर कोरोना ( Corona virus )पॉजिटिव मिले हैं। आरटीपीसीआर टेस्ट के बाद उन पर नजर रखी जा रही है। जानवरों में कोरोना लक्षण पाए जाने पर वरिष्ठ पशु चिकित्सक केके राणा का कहना है कि अभी शेरों की सीसीएमबी से आरटीपीसीआर रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि टेस्ट के नमूने उन्नत प्रयोगशालाओं में जांच के बाद ही कहा जा सकता है कि शेरों में पाए जाने वाला कोरोना वायरस हवा के माध्यम से आया या फिर और किसी माध्यम से। उन्होंने बताया कि ऐसे में माना जा रहा है कि आसपास रह रहे लोगों के संपर्क में आने से इन शेरों को संक्रमण हुआ होगा। संक्रमण कैसे हुए यह ताे जांच का विषय है लेकिन इस घटना ने यह साफ कर दिया है कि संक्रमण से पशु भी अछूते नहीं हैं।
पशुओं और मनुष्यों में होता है अलग वायरस
शेरों के कोरोना पॉजिटव होने के बाद बहुत से पशु प्रेमियों में जो कि पशु पालते हैं उत्सुकता है कि कहीं उनके पशु या डॉगी भी न संक्रमित हो जाए। इस बारे में डाक्टर केके राणा कहते हैं कि पशु और मनुष्य के वायरस एक दूसरे को कम ही इंफेक्ट करते हैं। इसकी वजह यह है कि जानवरो में पाए जाने वाले वायरस की प्रवृत्ति मनुष्य को बीमार करने वाले वायरस की प्रवृत्ति से अलग है। उन्होंने बताया कि जैसे टीबी जैसी बीमारी मनुष्य और जानवरों दोनों में पाई जाती है लेकिन दोनों को प्रभावित करने वाले वायरस अलग-अलग होते हैं। इसी तरह कोरोना वायरस भी यह अलग-अलग हाे सकते हैं लेकिन उनका यह भी कहना है कि अभी यह वायरस नया है इसलिए विष्लेक्षण के बद ही किसी सही सही नतीजे पर पहुंचा जा सकता है। इसलिए अब जरूरी है कि आगर आपको अपने पैट्स में किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं ताे आपको चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।