यह भी पढ़ेंः
मौसम वैज्ञानिकों का दावा- अच्छी बारिश के लिए बस इतने घंटे आैर कीजिए इंतजार नौतपा भी खत्म होने केे बावजूद बारिश नहीं पंडित कैलाश नाथ द्विवेदी के अनुसार मई में सूर्य का ग्रह परिवर्तन हुआ था। सूर्यदेव वृषभ राशि और रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर चुके हैं। इसके साथ ही नौतपा भी खत्म हो चुका है, लेकिन बारिश में देरी का कारण अभी सूर्य और मंगल की युति के साथ शनि के षडाष्टक योग का बनना है। जिसके कारण मानसून कमजोर हो रहा है और इस योग के बनने की वजह से भयानक गर्मी पड़ रही है, लेकिन बीच-बीच में बारिश होने की भी सम्भावना है। जो फसलों और स्वास्थ्य दोनों के लिए काफी हानिकारक है।
यह भी पढ़ेंः
झमाझम बारिश से लोगों को मिली राहत, किसान भी हुए खुश मानसून कमजोर करने में शनि ग्रह का हाथ पंडित कैलाश नाथ द्विवेदी कहते हैं कि इतनी भयानक गर्मी और बारिश न होने के पीछे शनि ग्रह का बहुत बड़ा हाथ है। जब शनि, राहू और मंगल एक साथ होते हैं तो सूर्य आग की तरह तपने लगता है। इससे पृथ्वी पर आग बरसने के साथ-साथ कहीं-कहीं बारिश भी होती है, लेकिन मानसून इतनी तेजी से नहीं आता जिस तेजी से आना चाहिए। इससे किसानों को भी काफी हानि होती है। शनि और राहू जब भी एक दूसरे के पास आते हैं, अपना-अपना विरोधपूर्ण परिणाम देते हैं। ग्रहों की विपरीत चाल के कारण वेस्ट यूपी में मेघ नहीं बरस रहे हैं।