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Coronavirus: कोरोना वायरस से चार मरीजों ने जीती जंग, बताया- संक्रमित होने के बाद लगता था ऐसा छात्राओं के अभिभावकों ने डीआईओएस से शिकायत की है कि शिक्षकों द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में जिन छात्राओं के नंबर मौजूद हैं, उन्हें छात्र या असामाजिक तत्व परेशान करने के इरादे से कॉल कर रहे हैं। यह परेशानी उन विद्यालयों की ऑनलाइन पढ़ाई में ज्यादा आ रही है, जिसमें छात्र-छात्राएं एक साथ पढ़ते हैं। छात्राओं की ऐसी शिकायतें मिलने के बाद शिक्षकों ने छात्रों और छात्राओं का व्हाट्सएप ग्रुप अलग-अलग बनाने का सुझाव डीआईओएस को दिया है।
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मेरठ में चार नए केस मिलने से कोरोना पॉजिटिव मरीज हुए 64, दो थानों के 55 पुलिसकर्मियों की होगी जांच डीआईओएस गिरजेश कुमार चौधरी ने छात्रों व छात्राओं के अलग-अलग ग्रुप बनाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शिक्षकों से ऐसा करने वाले छात्रों या असामाजिक तत्वों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। डीआईओएस ने छात्रों और छात्राओं के ब्रॉडकास्ट ग्रुप भी अलग-अलग बनाने के लिए कहा है। इससे छात्र छात्राओं के नंबर नहीं देख सकेंगे। ब्रॉडकास्ट ग्रुप में एक बार में 256 को संदेश भेजा जा सकता है। यह संदेश भी एक बार में पांच ग्रुपों में भेजा जा सकता है। डीआईओएस ने सभी स्कूलों में इसी तरह छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ग्रुप बनाने के निर्देश दिए हैं।