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राफेल सौदे पर कांग्रेस को बताया झूठ की फैक्ट्री, इस कद्दावर भाजपा नेता ने राहुल गांधी को ये कहा, देखें वीडियो मदरसों से टीमों को बैरंग लौटा रहे आलम यह है कि टीकाकारण करने वाली टीमों को मदरसों में से बैरंग लौटा दिया जा रहा है। कारण कुछ नहीं है बस कुछ बेतर्क भ्रम हैं। मदरसा संचालक बच्चों को टीके लगवाने को किसी भी सूरत में तैयार नहीं है। इनके मना करने के बाद अल्पसंख्यक और स्वास्थ्य विभाग खुद इस बात पर जोर लगा रहा है। जबकि टीकाकरण अभियान को सफल बनाने और मदरसों में जागरूकता को लेकर धर्म गुरूओं का भी सहारा लिया जा चुका है, लेकिन इसके बाद भी मदरसे अपनी जिंद पर अड़े हुए हैं। मदरसों में भ्रांतियां फैलाई जा रही है कि ये मोदी और योगी का टीका है इसको लगवाने से मुस्लिमों के बच्चे नपुंसक हो सकते हैं। शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण करा रहा है। इसमें नौ माह से 15 साल तक के बच्चों को टीका लगाना है। इससे खसरा और रूबेला से छुटकारा मिलेगा। यह टीका बेहद जरूरी होता है। इन दिनों मेरठ के सभी स्कूलों मदरसों और घरों में इसको लेकर अभियान चलाया जा रहा है।
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मुस्लिम धर्मगुरू ने हिन्दू-मुस्लिम एकता को लेकर भाजपा सरकार के लिए कह दी ये बड़ी बात, देखें वीडियो 199 मदरसों में टीकाकरण का सहयोग नहीं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. विश्वास चौधरी बताते हैं कि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मेरठ में 699 मदरसे हैं। जिनमें से करीब 500 मदरसों में टीकाकरण चल रहा है। बाकी बचे 199 मदरसे टीकाकरण में अभियान में सहयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हालांकि उनको समझाया जा रहा है कि यह टीका बच्चों के लिए कितना जरूरी है। उन्होंने विश्वास जताया कि बचे हुए मदरसों को भी विभाग मना लेगा और टीकाकरण मदरसों में सौ फीसदी पूरा करा लिया जाएगा।