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सावन में बिल्व पत्र का है विशेष महत्व, शिवलिंग पर अर्पित करने से भोलेनाथ की बरसेगी कृपा यह है मामला भावनपुर थाना क्षेत्र के गांव पचगांव पट्टी निवासी वाल्मीकि समाज के लोगों ने एसएसपी कार्यालय में पहुंचकर धर्म परिवर्तन की धमकी देते हुए हंगामा किया। आरोप है कि गांव में मंदिर है। जिसमें मंदिर का पुजारी उन्हें पूजा करने से मना करता है। उन्होंने आरोप लगाए कि पुजारी कहता है कि वाल्मीकि हिंदू धर्म में नहीं आते हैं। वाल्मीकि समाज के लोगों ने बताया कि उनके गांव में एक बहुत पुराना मंदिर है। जहां पर पूरा गांव पूजा-अर्चना करता है। मंदिर के पास एक कुटिया है जिसमें पुजारी रहता है। पुजारी मंदिर में पूजा अर्चना करता है। पुजारी को ग्रामीणों ने रखा हुआ है। दो दिन पहले वाल्मीकि समाज की महिलाएं मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंची तो पुजारी ने उन्हें वापस लौटा दिया। महिलाओं को पुजारी ने कहा कि जाओ घर पर जाकर पूजा-अर्चना करों। यह मंदिर हिन्दुओं का है इसमें वाल्मीकियों को पूजा करना मना है।
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मेहनत का नहीं मिल रहा फल तो यह लाल बाती करेगी आपका भाग्योदय आैर बनाएगी धनवान लाेगों ने पुजारी पर लगाए आरोप इसके बाद जब पुजारी से बात करने के लिए वाल्मीकि समाज के लोग पहुंचे तो पुजारी ने कहा कि वाल्मीकि समाज के लोग मंदिर में पूजा नहीं कर सकते। उनके अलग से मंदिर बने हुए हैं। वह वहां पर जाकर पूजा करें। वाल्मीकि समाज के कुछ लोगों ने विरोध किया तो पुजारी ने उनके साथ गाली-गलौज की। आरोप है कि पुजारी ने वाल्मीकि युवकों के खिलाफ भावनपुर थाने में जानलेवा हमले की तहरीर भी दी है। प्रदर्शन करने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि पुजारी के खिलाफ कार्रवार्इ नहीं होती तो वे धर्मपरिवर्तन कर लेंगे। इस बारे में एसपी देहात राजेश कुमार का कहना है कि मामले की जांच करवाई जा रही है। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।