बता दें कि लॉकडाउन के दौरान शराब, बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू आदि नशीले पदार्थो की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाई है। मार्केट में तंबाकू, बीड़ी-सिगरेट, तंबाकू आदि कई-कई गुने रेट पर बेची जा रही है। वहीं, लॉकडाउन के दौरान शराब भी अवैध तरीके से बेची जा रही है। दिखावे के लिए दुकानों पर ताले डाले गए है। सूत्रों के अनुसार सदर बाजार, टीपीनगर, गढ़ रोड तथा हाईवे स्थित सभी देशी और अंग्रेजी शराब की दुकानों से शराब का स्टॉक गायब है। दुकानें खाली पड़ी हुई है। आरोप है कि दुकान मालिकों ने शराब माफियाओं के साथ मिलकर लॉकडाउन के दौरान जमकर कालाबाजारी की।
देहली गेट पुलिस ने घंटाघर के समीप एक शराब के ठेके संचालक को पकड़ भी लिया था। एसओ रवेंद्र के मुताबिक शराब ठेके के संचालक ने चोरी की जानकारी दी थी। जांच की गई तो सामने आया कि सामने आया कि संचालक ने ठेके से सारी शराब गाड़ी में भर दूसरी जगह भेज दी। गाड़ी चेक करने के बाद मामला खुल गया। सख्ती के बाद संचालक ने रिपोर्ट वापस ले ली। पुलिस भी मान चुकी है कि ठेकों से शराब निकाल ली गई है।
जिला आबकारी अधिकारी आलोक कुमार के मुताबिक, दुकानों पर जाने वाली शराब का विभाग के रेकॉर्ड है। उन्होंने बताया कि जिस समय दुकानें बंद हुई थी। उस दौरान कितना स्टाक किस दुकान में था, इसका विभाग के पास पूरा रिकार्ड है। लॉकडाउन के बाद रिकार्ड चेक किया जाएगा। गड़बड़ी पाई जाने पर उसका आवंटन निरस्त किया जाएगा। एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि अब किसी भी थाने में शराब के ठेकों में चोरी का मुकदमा दर्ज नहीं होगा। अगर कोई मुकदमा दर्ज कराने आता है तो उसकी जांच सीओ स्तर से होगी उसके बाद ही रिपोर्ट लिखी जाएगी।