पूछताछ में आरोपी विकास ने बताया कि उसको उधार के 70 हज़ार रुपए चुकाने थे इसलिए उसने लूट की योजना बनाई थी। विकास एक साल पहले काव्या एंटरप्राइज में साफसफाई का काम करता था। उसको मालूम था कि एटीएम में पैसे डालने का समय क्या है। आरोपी ने कई बार नौकर नंदन की रेकी की थी। उसके बाद 19 मई 2023 को 15 लाख की लूट की वारदात को अंजाम दिया था। विकास के हिस्से में आए 3 लाख रुपए आए थे। जबकि कोमल और अंकित के हाथ में छह—छह लाख रुपए आए थे।
वारदात को अंजाम देने के बाद कोमल और अंकित हरिद्वार, मसूरी और काठमांडू की सैर करने चले गए। इधर पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जारी फ़ोटो और सर्विलांस के ज़रिए पुलिस को तीनों को पहचानने में सफलता मिल गई।
इसके बाद पुलिस ने लुटेरे अंकित के मोबाइल नम्बर को ट्रेस कर उसको सर्विलांस पर लगाया और उसको मवाना परीक्षितगढ़ मार्ग पर ततीना मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों से 2 लाख 51 हज़ार की नकदी बरामद की है। लूटी रकम से आरोपियों ने एक कार और दो महंगे मोबाइल खरीदे थे। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।