यह भी पढ़ेंः
मेरठ छावनी में जासूसीः पाकिस्तान की सेना कर रही थी सिग्नल फ्रीक्वेंसी को कैच करने की कोशिश! पाकिस्तान गया था नौकरी की तलाश में पुलिस सूत्रों के अनुसार जाहिद बेरोजगार था और वह 2012 से 2014 के बीच पाकिस्तान के इस्लामाबाद शहर में नौकरी की तलाश में गया था। वह वहां पर नौकरी तलाश रहा था तभी उसकी मुलाकात पाकिस्तान खुफिया एजेंट से हुई जो आईएसआई के लिए काम करता था। एजेंट ने उसे इस्लामाबाद में कमरा किराए पर दिलवाया। इसके बाद उसे वहां पर मजदूरी के लिए काम मिल गया, लेकिन मजदूरी के काम से वह संतुष्ट नहीं था। यह बात उसने आईएसआई एजेंट को बताई तो उसने ज्यादा रुपये का लालच दिया और 50 हजार रूपये देकर वापस भारत भेज दिया। उसको यहां पर मेरठ छावनी तथा गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस की जानकारी जुटाने का काम दिया गया। इस काम को जाहिद 2015 से कर रहा है। वह कई बार हिंडन एयरबेस गया और मेरठ की छावनी में भी घूमा। वह यहां के फोटो खींचकर पाकिस्तान भेजा करता था। पकड़े गए आईएसआई एजेंट जाहिद से खुफिया विभाग के अलावा एटीएस की टीम भी पूछताछ कर रही है।
यह भी पढ़ेंः
बड़ी खबर: सेना का जवान पाकिस्तानी गर्लफ्रैंड को भेजता था सैन्य इलाके में खडे़ होकर ली गई सेल्फी, गिरफ्तार वाट्स एेप वीडियो काॅल में दिखाता था लोकेशन जाहिद ने बताया कि उसके मोबाइल का पूरा खर्च आईएसआई एजेंट उठाता था। वह मेरठ महीने में कई बार आता था और यहां से वाट्स एेप वीडियो कालिंग कर सैन्य क्षेत्र की लोकेशन पाकिस्तान को दिखाता था। उसके मोबाइल में एक दर्जन से अधिक पाकिस्तानी लोगों के नंबर मिले हैं।