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मोबाइल की पार्टी मांगी तो हो गया विवाद, दो बहनों ने खौफ में कालेज जाना तक छोड़ दिया, जानिए क्यों हुआ दशकों से चल रहा था धंधा तेल के खेल का धंधा करीब दस साल से जारी था। ऐसा नहीं है कि इसकी खबर थाना पुलिस को न हो। थाना पुलिस भी इस धंधे में मिली हुई थी। उसको भी महीना पहुंचता था। आपूर्ति विभाग, ऑयल कंपनी के अधिकारी और थाना पुलिस इन सब मामलों से अंजान बनी रही। यही कारण है कि तीनों विभागों पर भी पुलिस ने जांच बैठा दी है। आइजी के आदेश पर इंस्पेक्टर परतापुर को लाइन हाजिर और टीपीनगर को सस्पेंड भी कर दिया है। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद दूसरे विभाग में हड़कंप मच गया है। पूर्ति विभाग भी अपने अफसरों को बचाने में जुटा हुआ है।
तीन राज्यों के संपर्क में मेरठ पुलिस वेस्ट यूपी के तमाम जिलों के एसएसपी के साथ पंजाब, हरियाणा और दिल्ली पुलिस से भी मेरठ पुलिस संपर्क कर रही है। वहां के पेट्रोल पंप पर शिकंजा कसने के लिए वहां के अधिकारियों से कोर्डिनेशन किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जहां-जहां पंपों पर पेट्रोल सप्लाई किया जा रहा था, इसकी सूची हम प्राप्त कर रहे है। उसके आधार पर वहां की पुलिस से संपर्क कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। आइजी आलोक सिंह ने बताया कि पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए एसआइटी टीम का गठन किया। एसआइटी टीम ने प्रभारी एसपी देहात अविनाश पांडे को बनाया गया। एसआइटी टीम मुकदमे में जांच पड़ताल कर पूरे मामले में कार्रवाई करेगी।