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आतंकियों को सबक सिखाने वाले कमांडो को पुलिस ने भेज दिया जेल, गृह मंत्रालय तक पहुंचा मामला छह मार्च को हुआ था मेरठ में बवाल इस साल छह मार्च को मेरठ के अतिसंवेदनशील मछेरान की भूसा मंडी में कैंट बोर्ड की टीम अवैध निर्माण व कब्जे हटाने के लिए पहुंची थी। वहां के लोगों ने इसका विरोध किया। इसी दौरान यहां की 200 झुग्गी-झोपड़ियों में आग लग गई थी। इसके बाद यहां के लोगों ने बवाल किया था और तोड़फोड़ व आगजनी की थी। बवाली पुलिस से भी भिड़े थे। पुलिस ने इस घटना केे कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था। हाजी सईद उस समय गायब हो गया था। हाजी सईद पर आठ मुकदमे हैं। पुलिस इस मामले में उसकी तभी से तलाश कर रही थी, लेेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पा रहा था।
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निकाह वाले दिन बेटी ने माता-पिता की सुन ली ये बात और पहुंच गई पुलिस के पास, फिर ये हुआ… आरोपी शिमला में कर रहा था मौजमस्ती हाल ही आरोपी हिस्ट्रीशीटर हाजी सईद ने सोशल मीडिया में अपने फोटो डाले थे। इसमें वह अपने साथियों के साथ शिमला में याक पर बैठकर मौजमस्ती करता दिख रहा था। ये फोटो वायरल होने के बाद पुलिस तक भी यह जानकारी पहुंची। पुलिस इन फोटो के जरिए उसकी लोकेशन तलाशने में जुट गई। इन फोटो की लोकेशन शिमला में मिली। एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण सिंह का कहना है कि हाजी सईद की लोकेशन मिलने के बाद यहां से थाना सदर बाजार पुलिस की टीम शिमला भेजी गई और स्थानीय पुलिस की मदद से उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया।