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कांवड़ यात्रा में योगी आैर अखिलेश को लेकर बनाए गए हैं ये गीत, कांवड़िए इन गीतों पर थिरकते हुए आगे बढ़ रहे कांवड़ लाने में खर्च होते हैं पांच लाख अभिषेक ने बताया कि ओम शिव महाकाल सेवा समिति और ओम शिव सदर कांवड़ सेवा समिति मिलकर यह कांवड़ ला रही है। इस कांवड़ को बनाने में जहां एक लाख रुपए खर्च हो रहे हैं वहीं इसे गंगाजल भरकर लाने में करीब पांच लाख रुपए का खर्च आएगा। यह खर्च डीजे, जनेरेटर और ट्रैक्टर ट्राली का किराया आदि मिलाकर है। कांवड़ लाने के लिए जो जत्था गया है उसमें करीब 200 कांवड़िए शामिल हैं। यह जत्था 15 जुलाई को हर की पैड़ी हरिद्वार से गंगाजल भरकर चलेगा जो 8 अगस्त को मेरठ के टोल प्लाजा पर पहुंचेगा।
कांवड़ यात्रा 2018:
फुलप्रूफ प्लान से होगी यूपी के इस जनपद में सुरक्षा, अबकी बार होने जा रही यह नर्इ व्यवस्था दिन-रात लगकर तैयार की कांवड़ कांवड़ ला रहे आकाश, सतीश, अभिषेक, ईशांत आदि का कहना है कि कांवड़ को तैयार करने में दिन रात काम किया गया। इसको बनाने में थर्मोंकोल, बांस, कपड़ा और अन्य सजावटी सामान प्रयोग किया गया। कांवड़ का डिजाइन ऐसा बनाया गया है जो आकर्षण का केंद्र बने। विशाल कांवड़ और झांकियों वाली कांवड़ के बीच प्रतियोगिता होता है।