मुन्ना बजरंगी को गोली मारने वाले सुनील राठी को इस वजह से निकाला गया फतेहगढ़ जेस से बाहर गौरतलब है कि बागपत जेल में 9 जुलाई को सुबह छह बजे पूर्वांचल के डाॅन मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मौके से दस खोके बरामद किए थे। जबकि पिस्टल को तलाशने में पुलिस को समय लगा और पिस्टल जेल के गटर में पाई गई। पिस्टल के साथ कातूस भी मिले थे, जिनको फारेंसिक जांच के लिए आगरा भेज दिया गया था। इसी बीच सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की हत्या का कबूलनामा कर सनसनी फैला दी, लेकिन मामला किसी को पच नहीं रही था। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद बागपत जेल की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार ने उठाया यह बड़ा कदम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेल में सुनील राठी के साथ उसके रिश्तेदार ने मिलकर मुन्ना बजरंगी की हत्या को अंजाम दिया, लेकिन सारा इल्जाम सुनील ने अपने सिर ले लिया। करीब दो महीने बाद आगरा से आई फारेंसिक जांच रिपोर्ट ने पुलिस के होश उडा दिए हैं। जांच में पाया गया है कि जो पिस्टल और कातूस बरामद किए गए हैं, उनका हत्या से कोई संबंध नहीं है। पुलिस ने जांच रिपोर्ट पर आपत्ति लगाकर दोबारा आगरा भेज दिया है। इस मामले में अब सवाल यह है कि पुलिस क्या कहानी गढ़ेगी।