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पेपर लीक पर कांग्रेसियों ने राष्ट्रपति से कर दी यह बड़ी मांग नई आबकारी नीति के कारण हुई परेशानी ठेेकों पर स्टाक की किल्लत नई आबकारी नीति के चलते हुई है। पूरे प्रदेश में भाजपा सरकार ने इस बार नई आबकारी नीति लागू कर दी है। जिसके तहत जिले की सभी दुकानों का अलग-अलग आवंटन हुआ है। इससे पहले पूरे जिले का ठेका एक ही व्यक्ति के पास होता था। करीब 15 साल से मेरठ ही नहीं पूरे प्रदेश में पोंटी चड्ढा ग्रुप का वर्चस्व था। जिसने प्रदेश के सभी ठेेके लिए हुए थे। लेकिन भाजपा सरकार ने उसका वर्चस्व तोडते हुए नई आबकारी नीति का निर्धारण किया और जिले में स्थित सभी देशी व विदेशी मदिरा और भांग की दुकान के ठेके अलग-अलग तरह से टेंडर मंगाकर दिए गए।
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योगी सरकार की इस उपलब्धि के बारे में क्या कहेंगे, यह नेशनल हाइवे है! दिल्ली और हरियाणा से लाई जा रही शराब मेरठ में ठेकों से
कोटा खत्म होने के बाद से शराब के शौकीनों का दिल्ली और हरियाणा से शराब मंगवानी पड़ रही है। मेरठ से प्रतिदिन दिल्ली और हरियाणा जाने वालों संख्या हजारों में है। शराब के शौकीन इन्हीं लोगों को सुबह रूपये दे देते हैं और ये लोग दिल्ली या हरियाणा से बोतल लाकर शौकीनों को दे रहे हैं।