पुलिस के इस जांबाज सिपाही को सलाम, नहर में डूब रही महिला को जान पर खेलकर बचाया, देखें लाइव वीडियो- उन्होंने कहा कि इस बिल पर समस्त राजनीतिक दलों को एकजुट होना चाहिए, जो इसका विरोध करेगा वह बेनकाब होगा। सभी दल जो मुस्लिम महिलाओं को सम्मान नहीं दिलवाना चाहते हैं, उनके हक की आवाज को दबाना चाहते हैं, उन्हें दर-दर की ठोकरें खिलवाना चाहते हैं, इनमें में सबसे पहले कांग्रेस, उसके बाद मायावती और ममता बनर्जी हैं। ये सभी महिलाएं हैं और इनको मुस्लिम महिलाओं के अधिकार के लिए इस बिल को पास करवाने में मदद करनी चाहिए। अगर ये महिला राजनीतिज्ञ बिल की राह में बाधा उत्पन्न करती हैं तो मुस्लिम महिलाओं के लिए उनके दिल में कोई हमदर्दी नहीं रहेगी। ये महिला नेता बेनकाब हो चुकी हैं, क्योकि यह मुस्लिम महिला विरोधी पार्टियां है। अगर इन सभी दलों की महिला नेताओं ने मुस्लिम महिला विधेयक 2018 का राज्यसभा में विरोध किया तो 2019 के चुनावों में मुस्लिम महिलाएं इन सभी दलों को सबक सिखाएंगी। इन सभी के रूख से यह साफ हो चुका है कि इन लोगों के दिल में मुस्लिम महिलाओं के प्रति हमदर्दी नहीं है।