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अयोध्या मामले पर फैसला आने से पहले पुलिस ने तैयार किया प्लान, जुलूस और आतिशबाजी पर लगाई रोक घटना रविवार शाम की है। भावनपुर के मानपुर में पुलिस के सामने ही जानलेवा हमले के आरोपित कोल्हू स्वामी की गोली बरसाकर हत्या कर दी गई। पुलिस दबिश में साथ आए वादी पक्ष ने ही वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद गांव से लेकर मोर्चरी तक हाहाकार मच गया। गांव में कई थानों का फोर्स लगाकर मामला शांत करना पड़ा, लेकिन अभी भी गांव में तनाव बना हुआ है। पुलिस ने कस्टडी में हत्या की बात से इनकार किया है। मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने दो आरोपितों को पकड़ लिया।
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प्रेमी को फोन करके पति से पेटीज खिलाने की जिद की, फिर कालोनी से निकलते ही हुई धांय-धांय रविवार को दारोगा बिजेंद्र भावनपुर पुलिस के साथ मानपुर में जानलेवा हमले के आरोपित कोल्हू स्वामी धीरू कश्यप को पकडऩे गई थी। पुलिस के साथ वादी पक्ष से विजय सिंह का परिवार भी साथ था। धीरू के भाई वीर सिंह ने बताया कि पुलिस को देखते ही कोल्हू से धीरू खेत के रास्ते भाग गया। पुलिस कोल्हू पर रुक गई और विजय सिंह के बेटे और पोतों ने धीरू का पीछा किया। उन्होंने भागते हुए धीरू पर गोलियां बरसा दीं। गोली धीरू को लगी और वह वहीं गिर गया। इसके बाद भी हमलावर नहीं रूके और उन्होंने गिरे हुए धीरू पर कई राउंड फायर कर दिए। इसके बाद हमलावर मौके से भाग गए। धीरू को खून से लथपथ देखकर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में घर पर मौजूद धीरू की पोती निशा को बुलाया गया। उसके बाद धीरू को मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
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Air Pollution: दो दिन के लिए इस जनपद के कक्षा 12 तक के सभी स्कूल बंद निशा की तरफ से दी गई तहरीर पर विजय सिंह, उसके बेटे मुकेश, राजेश एवं पोते अभिषेक और रिंकू को नामजद किया गया। विजय सिंह और मुकेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। निशा का कहना है कि शनिवार को नल पर पानी लेने जा रही थी। तभी अभिषेक और रिंकू ने रास्ते में रोककर धीरू की हत्या करने की धमकी दी थी। धमकी के बाद से धीरू अपने कोल्हू में ही बैठ गया था। वह घर नहीं आया था। वहीं एसपी देहात अविनाश पांडे ने बताया कि कुछ लोगों ने जानलेवा हमले के आरोपी की गोली मारकर हत्या कर दी है। उन्होंने पुलिस की दबिश के दौरान हत्या की घटना से इनकार किया है।