धनंजय सिंह के इशारे पर की गई हत्या इस मामले में पत्रिका ने मुन्ना बजरंगी के वकील विकास श्रीवास्तव से बात की। उन्होंने बताया कि मुन्ना बजरंगी की हत्या धनंजय सिंह के इशारे पर की गई है। उन्होंने धनंजय सिंह का सुनील राठी से कनेक्शन भी बताया। उनका कहना है कि धनंजय सिंह ने ही सुनील राठी की माता राजबाला चौधरी को बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ाया था। धनंजय सिंह और सुनील राठी में मित्रता है, इसलिए दोनों ने मिलकर यह योजना बनाई।
जेलर और डिप्टी जेलर पर भी लगा आरोप विकास श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि इस साजिश में उनके साथ जेलर उदय प्रताप और डिप्टी जेलर शिवाजी यादव शामिल थे। उन्होंने बागपत एसपी पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। विकास ने मांग की कि इन तीनों के खिलाफ धारा 120 के तहत मुकदमा कायम होना चाहिए।
मुआवजे की मांग का किया खंडन इस मामले में मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्याय की गुहार भी लगाई है। इसको लेकर चर्चा चल रही है कि परिजनों ने इसके लिए मुआवजे की गुहार लगाई है। इस पर वकील विकास श्रीवास्तव का कहना है कि सीमा ने किसी मुआवजे की गुहार नहीं लगाई है। उन्हें न्याय चाहिए। उनके द्वारा कोई भी मुआवजे की मांग शासन से नहीं की गई है। मुआवजे की मांग संबंधी खबरें गलत हैं। उन्हें मुआवजा नहीं न्याय चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में बागपत के अधिकारी भी शामिल रहे हैं। उन्होंने प्रशासन के इशारे पर यह काम किया है।
सांसद रह चुके हैं धनंजय सिंह आपको बता दें कि सुनील राठी की मां राजबाला चौधरी नगर पंचायत चेयरपर्सन रह चुकी हैं। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में छपरौली सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। वहीं, धनंजय सिंह बसपा के टिकट पर सांसद रह चुके हैं। फिलहाल इस समय दोनों ही बसपा में नहीं हैं।